Rajasthan Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की लिस्ट जारी किए जाने के बाद पुराने नेताओं का विरोध-प्रदर्शन जारी है. जिन लोगों का टिकट कटा वो तो नाराज हैं ही, साथ ही वो भी नाराज हैं जिन्हें उम्मीद थी पार्टी इस बार उनको मौका देगी. लेकिन लिस्ट में अपना नाम नहीं देखने के बाद अब ऐसे लोग निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं तो कई पद से इस्तीफा भी दे रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के पुराने नेता और राजस्थान राज्य विप्र बोर्ड के चेयरमैन (Rajasthan State Vipra Welfare Board) महेश शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
Rajasthan State Vipra Welfare Board Mahesh Sharma Resign: महेश शर्मा ने अपने इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा है. उनके इस्तीफे का पत्र भी सामने आ गया है. उन्होंने पत्र में इस्तीफे की वजह तो नहीं बताई लेकिन कहा जा रहा है कि वो पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे थे.
महेश शर्मा जयपुर की मालवीय नगर सीट से कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे. लेकिन पार्टी ने मालवीय नगर से अर्चना शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. अर्चना शर्मा यहां से पिछली दो चुनाव हार चुकी हैं. लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस ने उन्हें ही टिकट दिया है. कहा जा रहा है कि इसी कारण महेश शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
महेश शर्मा पालयट गुट के नेता
महेश शर्मा को सचिन पालयट गुट का नेता कहा जाता है. वो गलहोत-पायलट विवाद के समय भी सचिन पालयट के साथ थे. मालवीय नगर सीट से महेश शर्मा के साथ-साथ कांग्रेस के राजीव अरोड़ा भी टिकट मांग रहे थे. लेकिन उन्हें ही निराशा हाथ लगी है.
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