राजस्थान के छात्रों के लिए बड़ी खबर, अब फ्रेंच और स्पेनिश में भी होगी पढ़ाई; सरकार बना रही 'लैंग्वेज लैब'

Rajasthan Education: राजस्थान सरकार 'लैंग्वेज लैब' स्थापित करने जा रही है. यहां छात्र अंग्रेजी के अलावा फ्रेंच, स्पेनिश और जापानी जैसी विदेशी भाषाएं सीख सकेंगे, जिससे उनके विदेश में नौकरी के अवसर खुल जाएंगे.

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राजस्थान में 'लैंग्वेज लैब': छात्र सीखेंगे फ्रेंच-स्पेनिश, विदेश में नौकरी के अवसर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल सरकार अब राज्य के युवाओं को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने की तैयारी में है. इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, सरकार ने 'लैंग्वेज लैब' स्थापित करने का फैसला किया है. इन लैब में छात्रों को न सिर्फ अंग्रेजी, बल्कि फ्रेंच, स्पेनिश और जापानी जैसी विदेशी भाषाओं का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस पहल का उद्देश्य राजस्थान के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार और उच्च शिक्षा के लिए तैयार करना है.

'सशक्त युवा बनाएंगे विकसित राजस्थान'

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का मानना है कि राजस्थान के युवाओं में अपार क्षमता है, जिसे सही दिशा, कौशल और अंतरराष्ट्रीय अनुभव देकर निखारा जा सकता है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि 'विकसित राजस्थान' का सपना तभी पूरा हो सकता है जब युवा सशक्त होंगे. इस पहल से छात्रों की संचार कौशल और रोजगार क्षमता में काफी सुधार होगा. विदेशी भाषा में दक्षता हासिल करने के बाद, वे पर्यटन, व्यापार, आईटी, शिक्षा और सेवा क्षेत्र जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर पा सकेंगे, वो भी न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी. यह पहल उन छात्रों और युवा पेशेवरों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी जो विदेश में अपना करियर बनाना चाहते हैं.

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मामले से जुड़े कुछ बड़े सवाल:- 

Q1: राजस्थान सरकार ने 'लैंग्वेज लैब' क्यों स्थापित करने का फैसला किया है?
A: इसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को विदेशी भाषाओं का ज्ञान देकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय रोजगार और उच्च शिक्षा के लिए तैयार करना है.

Q2: इन लैब में कौन-कौन सी भाषाएं सिखाई जाएंगी?
A: यहां अंग्रेजी के अलावा फ्रेंच, स्पेनिश और जापानी जैसी भाषाएं सिखाई जाएंगी.

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Q3. यह पहल किनके सहयोग से शुरू हो रही है?
A: यह पहल इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी (EFLU) और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से शुरू हो रही है.

Q4: इससे युवाओं को क्या फायदा होगा?
A: इससे युवाओं की संचार कौशल और रोजगार क्षमता बढ़ेगी, जिससे उन्हें देश-विदेश में नौकरी के बेहतर अवसर मिलेंगे.

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Q5: क्या यह पहल 'राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' से जुड़ी है?
A: हां, समिट में विदेशी कंपनियों ने राजस्थान के कुशल युवाओं को रोजगार देने में रुचि दिखाई थी, जिससे इस पहल को बल मिला.

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EFLU और केंद्र का सहयोग

यह महत्वपूर्ण पहल अकेले नहीं हो रही है. राजस्थान सरकार इस परियोजना को इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी (EFLU) और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से चलाएगी. इस साझेदारी से यह सुनिश्चित होगा कि छात्रों को मिलने वाली ट्रेनिंग उच्च गुणवत्ता की हो और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो. मुख्यमंत्री ने बताया कि आज की दुनिया में सफल होने के लिए वैश्विक भाषाओं में प्रभावी ढंग से संवाद करने की क्षमता एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है. 

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निवेशकों ने भी जताई थी रुचि

पिछले साल राज्य सरकार द्वारा आयोजित 'राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' में औद्योगिक क्षेत्र में नए रिकॉर्ड बने थे. इस शिखर सम्मेलन के दौरान सरकार और उद्यमियों के बीच करीब 35 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए थे. उस समय कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने राजस्थान के कुशल युवाओं को रोजगार देने में गहरी रुचि दिखाई थी. 'लैंग्वेज लैब' की स्थापना इस रुचि को हकीकत में बदलने का काम करेगी, क्योंकि विदेशी भाषा का ज्ञान इन कंपनियों की एक प्रमुख जरूरत है.

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