Rajasthan Weather: राजस्थान में बारिश का दौर जारी है. बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम का असर राजस्थान में शनिवार को भी देखने को मिला. राज्य में कोटा, उदयपुर, जयपुर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में बारिश हुई. बारां, सवाई माधोपुर, झालावाड़ के कई हिस्सों में 2 इंच तक पानी गिरा. इधर एमपी में हो ही बारिश से पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया है. मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते खातोली पार्वती नदी की पुल पर शनिवार रात 9 बजे बाद पानी की चादर चलने लगी. समाचार लिखे जाने तक खातोली पार्वती नदी पुल पर डेढ़ से 2 फीट की चादर चल रही थी. जिससे राजस्थान का मध्य प्रदेश से सीधा संपर्क कट गया और स्टेट हाईवे 70 कोटा श्योपुर मार्ग अवरुद्ध हो गया. इस दौरान वाहन चालको की लापरवाही भी देखने को मिली यहां पुलिस जवान तैनात नहीं होने से कुछ वाहन चालक पुल से होकर बहते पानी के बीच अपने वाहन निकालते नजर आए.
मौसम विभाग ने बताया- 24 सितंबर को कहां-कहां होगी बारिश
इधर जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 24 सितंबर रविवार को भी राज्य के कई जिलों में बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि 24 सितंबर को उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग सहित अजमेर, जयपुर, भरतपुर, कोटा व उदयपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है.
जोधपुर संभाग के अधिकांश भागों में आगामी दिनों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने तथा 25 सितंबर के आसपास मानसून के विदा होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। जबकि पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां आगामी सप्ताह में जारी रहने की सम्भावना है।
इटावा में शनिवार शाम हुई मूसलाधार बारिश
शनिवार को इटावा क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ एक घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने सड़कों को झील में तब्दील कर दिया. इटावा सहित आसपास क्षेत्र में शनिवार को 4 बजे करीब अचानक मौसम पलट गया तथा तेज हवाओं के साथ करीब एक डेढ़ घंटे तक जमकर मूसलाधार बारिश हुई जिसमें नगर की सड़कों पर दो दो फीट पानी तक जमा हो गया । बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई और चने के आकार के ओले गिरे जिससे खेतो में कटी व पकी खड़ी फसलो में इस बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है.
सोयाबीन व उड़द की फसलें हुई खराब
खेतों में जहां उड़द व सोयाबीन की अधिकांश फसलें पक कर खड़ी है. वहीं उड़द की फसलें कट कर पड़ी है. इस बेमौसम बारिश से फसलो में नुकसान हुआ है. इससे खेतों में पानी भर गया तथा पकी फसले बारिश से भीग जाने से अब समय पर कटाई नही होगी तथा फलियां टूटकर गिर जाएगी. जिससे पैदावर में नुकसान होगा.
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