Rajasthan Year Ender 2024: खट्टी-मीठी यादों के साथ साल 2024 समाप्त होने वाला है. लोग पुराने साल की विदाई के साथ-साथ नए साल के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं. 2024 में राजस्थान में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिनकी गूंज राष्ट्रीय स्तर पर सुनी गई. नरेश मीणा थप्पड़ कांड, उदयपुर चाकू कांड, जयपुर अग्निकांड सहित 2024 में घटी कई अन्य घटनाओं की वजह से राजस्थान चर्चाओं के केंद्र में बना रहा. 2024 की समाप्ति से पहले आईए डालते हैं एक नजर उन घटनाओं पर- जिसने राजस्थान से निकल कर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं.
उदयपुर चाकू कांड (Udaipur Violence)
झीलों की नगरी उदयपुर में 16 अगस्त को स्कूली छात्रों के विवाद में एक छात्र को चाकू मार (Udaipur Knife Attack Case) दिया गया था. इस घटना में चाकू मारने वाला छात्र मुस्लिम समुदाय से था, जबकि जिसे चाकू मारा गया वो हिंदू समाज का छात्र था. चाकूबाजी में घायल देवराज नामक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस घटना के खिलाफ उदयपुर में कई दिनों तक दंगे जैसी स्थिति बनी रही. स्थिति को कंट्रोल में लाने के लिए कर्फ्यू तक लगाया गया. इंटरनेट तक प्रतिबंधित किया गया. उदयपुर की चाकूबाजी घटना ने अगस्त के महीने में राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थी.
उदयपुर में पैंथर की दहशत (Udaipur Panther Terror)
साल 2024 में राजस्थान के कई शहरों से पैंथर, भालू सहित अन्य जंगली जानवरों के हमलों से दहशत की खबर सामने आई. लेकिन उदयपुर के गोगुंदा इलाके में आदमखोर पैंथर ने जिस तरह की दहशत फैलाई उससे कई महीने हजारों लोगों की नींद हराम रही. 8 सितंबर को झाड़ोल और उसके बाद 19 सितंबर से गोगुंदा इलाके में पैंथर ने एक के बाद एक करीब 10 लोगों को अपना शिकार बनाया. आदमखोर पैंथर की दहशत को देखते हुए शूट एंड साइट का ऑर्डर दिया गया. पुलिस, वन विभाग, सेना के साथ-साथ खास शूटर बुलाए गए. बाद में आदमखोर पैंथर को गोली मारी गई जिसके बाद से इलाके में शांति लौट सकी.
नरेश मीणा थप्पड़ कांड (Naresh Meena SDM Slap Case)
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव मतदान के दिन टोंक जिले की देवली उनियारा सीट के निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने एक बूथ पर एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था. कांग्रेस के बागी नेता द्वारा एक अधिकारी को थप्पड़ मारे जाने की गूंज पूरे देश ने सुनी थी. इस थप्पड़ कांड का वीडियो भी वायरल हुआ. बाद में थप्पड़ मारने वाले नेता नरेश मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस और ग्रामीणों में झड़प हो गई थी. टोंक जिले के समरावता गांव में भारी बवाल मचा था. इस मामले के आरोपी नरेश मीणा अभी जेल में है. उनके साथ-साथ करीब 40 लोग जेल में ही है.
किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा (Kirodi Lal Meena Resign)
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पूरे साल चर्चाओं में बने रहे. लोकसभा चुनाव में किरोड़ी लाल मीणा ने 7 सीटों की जिम्मेवारी लेते हुए कहा था- "इन सीटों पर भाजपा हारी तो मंत्री पद छोड़ दूंगा." इस सात में चार सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा. लिहाजा किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया. बाद में उपचुनाव में दौसा से किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को भाजपा ने टिकट दिया लेकिन अफसोस की उपचुनाव में भी जगमोहन मीणा को हार का सामना करना पड़ा. अभी किरोड़ी लाल मीणा सरकार में मंत्री पद हैं. लेकिन उनके बयान और आरोप अक्सर सरकार की मुश्किलें बढ़ाते रहते हैं.
जयपुर ऑर्गन ट्रांसप्लांट केस (Jaipur Organ Transplant Case)
जयपुर ऑर्गन ट्रांसप्लांट केस साल 2024 में खूब चर्चा में रहा. जयपुर के कई बड़े सरकारी और निजी हॉस्पिटल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के नाम पर एक बड़ा रैकेट सालों से चल रहा था. जिसका खुलासा इस साल हुआ. इस मामले में कई डॉक्टरों पर गाज भी गिरी. मामले का इंटरनेशनल कनेक्शन भी निकला. अभी सरकार द्वारा गठित एसआईटी इस मामले की जांच में जुटी है.
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डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के बेटे का विवाद (Premchand Bairwa Son Reel Case)
सितंबर के आखिरी सप्ताह में राजस्थान के डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा अपने बेटे की एक रील को लेकर विवादों में घिर गए. रील में डिप्टी सीएम का बेटा अपने एक दोस्त के साथ ओपन जीप में सवार था. पुलिस की गाड़ी उसे एस्कॉर्ट कर रही थी. इस रील के कारण प्रेमचंद बैरवा पर चौतरफा हमले हुए. पार्टी में अंदरखाने से भी उन्हें नसीहत दी गई. बाद में प्रेमचंद बैरवा ने बेटे की गलती पर माफी भी मांगी. साथ ही विवाद बढ़ने पर प्रशासन ने उस गाड़ी पर 7 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था.
जोधपुर की ब्यूटीशियन अनीता चौधरी की हत्या (Jodhpur Anita Chaudhary Murder Case)
अक्टूबर में जोधपुर की ब्यूटीशियन अनीता चौधरी की निर्मम हत्या का मामला भी खूब चर्चाओं में रहा. अनीता की हत्या के बाद उसके लाश के कई टुकड़े कर उसे आंगन में दफना दिया गया था. अनीता की हत्या का आरोपी गुलामुद्दीन कई दिनों की मशक्कत के बाद मुंबई से गिरफ्तार हुआ था. अनीता की हत्या मामले में आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल ने जोधपुर की सड़कों पर धरना भी दिया था. बाद में प्रशासन और परिजनों से बातचीत के बाद मामले में सहमति बनी और कई दिनों तक चला गतिरोध समाप्त हुआ.
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उदयपुर राजघराने का विवाद (Udaipur Royal Family Dispute)
महाराणा प्रताप के वंशज उदयपुर राजघराने के दो परिवारों के बीच हुआ विवाद भी इस साल चर्चाओं में रहा. उदयपुर राजघराने के दो परिवार विश्वराज सिंह मेवाड़ और लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के बीच रहे सालों पुराने विवाद ने इस साल फिर तब तुल पकड़ा, जब राजतिलक के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ एकलिंग मंदिर और सिटी पैलेस स्थित धूणी दर्शन को जा रहे थे. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की ओर से इन दोनों स्थलों पर दर्शन को रोक लगाई गई. बाद में प्रशासन और सरकार की पहल पर दोनों परिवारों के बीच चल रहे विवाद को शांत किया गया और प्रशासन की मौजूदगी में भी विश्वराज सिंह मेवाड़ धूणी दर्शन करने सिटी पैलेस पहुंचे.
जयपुर अग्निकांड (Jaipur Ajmer Highway Gas Tanker Accident)
20 दिसंबर की सुबह जयपुर में हुआ यह हादसा ऐसा था, जिसकी धमक न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में देखी गई. जयपुर-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा के पास गैंस कैंटर में ट्रक ने टक्कर मार दी. इस हादसे में गैंस टैंकर का नोजल टूट गया और फिर पलक झपकते ही इलाके में बड़ी भीषण आग फैल गई. हादसा इतना भयावह था कि तीन दर्जन से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए. इस हादसे में अभी तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि कई लोग अभी भी अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है. इस हादसे के बाद राजस्थान सरकार को रोड सेफ्टी और यातायात नियमों को लेकर कड़े निर्देश जारी करने पर विवश होना पड़ा.
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बोरवेल हादसा (Rajasthan Borewell Accident)
साल 2024 में राजस्थान के अलग-अलग जिलों से बोरवेल हादसे की कई खबरें सामने आई. जिसने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में जगह बनाई. दौसा से बोरवेल हादसे की कई खबरें सामने आई. जिसमें बोरवेल में गिरी नीरू नामक बच्ची को तो सकुशल बचा लिया गया. लेकिन आर्यन को जिंदा नहीं बचाया जा सका. इसके अलावा दौसा में एक और अधेड़ की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई. दौसा के अलावा बाड़मेर से भी बोरवेल हादसे की खबर सामने आई.
अभी बीते 3-4 दिन से कोटपूतली में बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची चेतना को बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है. लगातार हो रहे बोरवेल हादसों के बाद प्रशासन ने खुले बोरवेल को बंद करवाने का फैसला लिया है.
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