Rajiv Gandhi Yuva Mitra Protest: राजस्थान में RAS अभ्यर्थियों (RAS Mains Exam) के धरने के बाद अब राजीव गांधी युवा मित्रों (Rajiv Gandhi Yuva Mitra) का विरोध-प्रदर्शन तूल पकड़ रहा है. प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार के समय 5000 राजीव गांधी युवा मित्रों को रोजगार दिया गया था. चुनाव में जीत मिलने के बाद भाजपा ने इन सभी की नौकरी खत्म कर दी. जिसके बाद से ये सभी युवा मित्र अपनी रोजी-रोटी के लिए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर धरना दे रहे युवा मित्रों से मिलने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट(Sachin Pilot) पहुंचे. उन्होंने न केवल धरना दे रहे युवाओं से उनसे बातचीत की. बल्कि यह भी आश्वासन दिया कि उनलोगों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे.
'योजना का नाम बदल दें लेकिन नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करें'
इस दौरान भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए सचिन पायलट ने कहा, "अगर आपको राजीव गांधी जी के नाम से प्रॉब्लम है तो योजना का नाम चेंज भले ही कर दो, लेकिन नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ मत करो." पायलट ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार झूठे वादे कर सत्ता में आई. कैबिनेट की पहली बैठक से पहले युवाओं से रोजगार छीन लिया गया, जो सरकार की गलत मंशा को दर्शाता है.
5000 युवा मित्र की रोजी-रोटी का सवाल
युवा मित्रों को नौकरी से हटाने के बाद पूरे प्रदेश भर के करीब 5000 के लगभग राजीव गांधी युवा मित्र सड़कों पर उतर आए हैं. राजधानी जयपुर में इन युवा मित्रों की ओर से शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन किया गया. युवा मित्रों ने इस ठंड में अर्धनग्न होकर नारेबाजी करते हुए अपनी आवाज बुलंद की. उनकी मांग है कि यदि सरकार अपने आदेश को वापस नहीं लेती है और उन्हें नौकरी नहीं देती है तो आने वाले दिनों में उग्र होकर प्रदर्शन किया जाएगा.
'विधानसभा में बुलंद करेंगे आवाज, अन्याय नहीं होने दिया जाएगा'
शहीद स्मारक पर आज पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी राजीव गांधी युवा मित्रों के बीच पहुंचे और सचिन पायलट ने विश्वास दिलाया कि इस मुद्दे को हुए विधानसभा में भी उठाएंगे और प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज को बुलंद करेंगे युवा बेरोजगारों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा कांग्रेस सरकार ने युवाओं को रोजगार दिया और भाजपा उन युवाओं के रोजगार को छीनने का काम कर रही है.
पायलट ने कहा कि सरकार ने जिस तरह से नौकरियों को खत्म करने का काम किया है. उससे संदेश यहीं जा रहा है कि बीजेपी की सरकार नौकरी देना नहीं, बल्कि छीनना चाहती है. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि युवाओं को अपनी जायज मांग के लिए विरोध भी नहीं करने दिया जा रहा है. यहां धरने तक की परमिशन इनको नहीं मिल पाई.
पायलट बोले- युवा, खिलाड़ी धरना दे रहे, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही
पायलट ने कहा- युवा रोजगार के लिए धरना दे रहे हैं, खिलाड़ी अपनी मांगों के लिए धरना दे रहे हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मालूम हो कि इससे पहले आरएएस के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने परीक्षा आगे बढ़ाने की मांग को लेकर लंबा आंदोलन किया था. जिसके बाद कैबिनेट मीटिंग ने सरकार ने आरएएस परीक्षा को आगे बढ़ाने पर सहमति दे दी. अब देखना है कि राजीव गांधी युवा मित्रों को न्याय मिल पाता है या नहीं.
धरने पर बैठे राजीव गांधी युवा मित्र का कहना है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने हमें प्रतिमाह 17500 रुपए वेतन दिया और हम सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने थे जिससे कि आम जनता को सरकार की योजनाओं की जानकारी मिलती थी और उसका लाभ उठा पाए थे.
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