रणथंभौर टाइगर रिजर्व में फिर मौत का खेल, 8 साल के मासूम को पिता के हाथों से घसीटकर ले गया पैंथर; दर्दनाक मौत

राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व के पास पैंथर ने 8 वर्षीय बच्चे पर हमला कर उसकी जान ले ली. यह इस साल की चौथी मौत है. घटना से इलाके में दहशत फैल गई और परिजनों ने मुआवजे व नौकरी की मांग की है. 

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रणथंभौर टाइगर रिजर्व के पास पैंथर ने 8 वर्षीय बच्चे पर हमला कर उसकी जान ले ली.

Rajasthan News: राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में फिर से एक दर्दनाक हादसा हो गया है. रिजर्व की सीमा से सटे इलाके में एक पैंथर ने 8 साल के बच्चे पर हमला कर उसकी जान ले ली. यह घटना रणथंभौर के लिए इस साल की चौथी मौत है.  

जानकारी के अनुसार, पुराने शहर के रामद्वारा इलाके के पास गोपालपुरा बंजारा बस्ती में रहने वाला 8 वर्षीय विक्रम अपने पिता रामजीलाल बंजारा के साथ शाम को रणथंभौर की परिधि में स्थित आंटीला बालाजी मंदिर दर्शन करने गया था. दर्शन के बाद दोनों घर लौट रहे थे. बच्चा पिता का हाथ पकड़े चल रहा था.

तभी मंदिर से थोड़ी दूरी पर झाड़ियों से निकलकर एक पैंथर ने अचानक हमला बोल दिया. उसने बच्चे को पिता के हाथ से छीन लिया और जंगल की ओर दौड़ पड़ा. पिता कुछ समझ पाते इससे पहले ही पैंथर बच्चे को घसीटते हुए गायब हो गया. पिता रामजीलाल चिल्लाते हुए पैंथर के पीछे दौड़े. 

आवाज सुनकर भागे लोग

उन्होंने पत्थर उठाकर फेंके. उनकी आवाज सुनकर बस्ती के अन्य लोग भी दौड़ पड़े. सबने मिलकर पत्थर मारकर पैंथर को भगाया और बच्चे को उसके चंगुल से छुड़ाया. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. विक्रम की सांसें थम चुकी थीं. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने शव को कब्जे में लिया और जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. कल सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंपा जाएगा.

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साल 2025 का काला अध्याय

रणथंभौर टाइगर रिजर्व, जो बाघों की मस्ती के लिए दुनिया भर में मशहूर है, इस साल इंसानी जानों के लिए अभिशाप साबित हो रहा है. 2025 में अब तक टाइगर के हमलों से तीन लोगों की मौत हो चुकी है. आज पैंथर के हमले ने चौथा शिकार बना लिया. कुल मिलाकर चार मौतें हो चुकी हैं.

डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि पिछले तीन दिनों से इस इलाके में पैंथर का मूवमेंट देखा जा रहा था. वनकर्मियों ने आसपास के लोगों को सावधान भी किया था. लेकिन दुर्भाग्य से यह हादसा हो गया. अब टीम पैंथर की ट्रैकिंग में लगी है ताकि आगे कोई खतरा न हो.

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परिजनों का गुस्सा और प्रशासन की कोशिश

घटना की खबर शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई. बंजारा बस्ती के लोग और स्थानीय निवासी बड़ी संख्या में जिला अस्पताल पहुंच गए. उन्होंने वन विभाग और प्रशासन से मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की. परिवार ने 30 लाख रुपये मुआवजा और नौकरी की गुहार लगाई.

हालात बिगड़ते देख जिला कलेक्टर कानाराम पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल डीएफओ मानस सिंह समेत कई अधिकारी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने परिवार और लोगों से बात की. सांत्वना देते हुए उचित मुआवजा दिलाने और मांगों को सरकार तक पहुंचाने का वादा किया. फिलहाल कुछ सहमति बन गई है.

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