Ravindra Bhati Reaction: बाड़मेर-जैसलमेर से चुनाव हारने के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि 2019 में छात्रसंघ का चुनाव लड़ा तब एक पहचान मिली.जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आए, लेकिन जनता का आशीर्वाद बना रहा. अगर थक हारकर बैठ जाता तो शायद आपके बीच में विधायक के रूप में नहीं होता. मालूम हो कि बाड़मेर लोकसभा सीट से रविंद्र भाटी निर्दलीय चुनावी मैदान में थे. भाटी के कारण बाड़मेर लोकसभा सीट राजस्थान की सबसे हॉटसीटों में शुमार थी. यहां भाटी को अपार जनसमर्थन भी मिला. लेकिन यह जीत दिलाने में सफल नहीं रहा.
"हिम्मत हारने के बजाय डटकर मुकाबला किया"
लोकसभा चुनाव में मिली हार के रविंद्र भाटी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- लोकसभा क्षेत्र- बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा के तमाम देवतुल्य मतदाताओं का हृदय की गहराइयों से धन्यवाद. आप सबने एक 26 साल के युवा पर जो विश्वास जताया उस हेतु आभार. बाड़मरे से चुनाव जीतने वाले कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल को बधाई देते हुए भाटी ने लिखा कि लोकसभा क्षेत्र से विजयी सांसद प्रत्याशी उम्मेदाराम जी बेनीवाल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. लोकसभा क्षेत्र के तमाम बंधुओं को पुनः धन्यवाद. मैं सदैव आपके सुख दुःख में आपका भाई, आपका बेटा बनकर उपस्थित रहूंगा.
भाटी ने आगे कहा कि 25 साल की उम्र में विधायक बना. 26 साल की उम्र में लोकसभा का चुनाव लड़ा. हिम्मत हारने के बजाय जनता ने डटकर मुकाबला किया. ये आपकी जीत है.
"कई बार किस्मत का भी फेर होता है"
रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मेहनत सभी ने की. कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने बहुत मेहनत की. शायद मेरी मेहनत कोई कमी रह गई होगी. कई बार किस्मत का भी फेर होता है. उम्मेदाराम बेनीवाल को जीत की ढेर सारी बधाई. उम्मीद है कि उम्मेदाराम यहां की जनता के लिए काम करेंगे.
उम्मेदाराम ने रविंद्र भाटी को 118176 वोटों से हराया
बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर उम्मेदाराम को 704676 वोट हासिल हुए. जबकि, रविंद्र भाटी को 586500 वोट हासिल हुए. वहीं तीसरे स्थान पर बीजेपी के कैलाश चौधरी को 286733 वोट हासिल हुए. यानी उम्मेदाराम ने भाटी को 118176 और कैलाश चौधरी को 417943 वोट से हराया है.
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