Sabarimala Darshan: देश के प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर में देशभर से श्रद्दालु दर्शन के लिए आते हैं. लेकिन इस बार यहां दर्शन करने का पैटर्न जरा बदलने वाला है. केरल सरकार ने शनिवार को कहा कि इस साल सबरीमला में तीर्थयात्रियों को केवल ऑनलाइन बुकिंग के जरिए ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. साथ ही कहा कि भगवान अयप्पा मंदिर में प्रतिदिन अधिकतम 80,000 लोगों को दर्शन की ही अनुमति होगी. सबरीमला की वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा में एक महीने का समय बचा है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि डिजिटल बुकिंग के समय तीर्थयात्रियों को अपना यात्रा मार्ग चुनने का भी मौका मिलेगा.
भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लिया गया निर्णय
मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया है कि तीर्थयात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अध्यक्षता में यहां हुई एक मूल्यांकन बैठक में ये निर्णय लिए गए. सूत्रों ने कहा कि तीर्थयात्रा के दौरान जुटने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से निर्णय लिया गया है. सूत्रों ने बताया कि पारंपरिक वन मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
पार्किंग सुविधाओं का विस्तार
अधिकारियों ने बताया कि अगर व्यस्त समय के दौरान वाहनों को नियंत्रित करने की आवश्यकता पड़ेगी तो पार्किंग के लिए आवश्यक क्षेत्रों की पहचान की जाएगी और वहां जरूरी तैयारियां की जाएंगी. कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, इस बार निलक्कल और पंपा में पार्किंग की अधिक सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है.
स्वास्थ्य की जांच
अधिकारियों ने बताया कि सबरीमला की सड़कों और उसके आसपास के पार्किंग मैदानों का रख-रखाव जल्द ही पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि 'विशुद्धि सेना' के कर्मियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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