
Rajasthan Congress Election Meeting: राजस्थान कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति की बैठक का आयोजन गुरुवार (18 जनवरी) को कांग्रेस वॉररूम में किया गया. जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अपनी रणनीति बनाने पर चर्चा हुई. इस बैठक में कांग्रेस चुनाव समिति, कांग्रेस समन्वयक समिति सहित क्षेत्रवार लोकसभा समन्वय को से चर्चा की गई. वर्तमान में राजस्थान की 24 लोकसभा सीटें बीजेपी के पास है जबकि एक सीट RLP के पास है जो बीजेपी समर्थित है. ऐसे में कांग्रेस के सामने लोकसभा चुनाव बड़ी चुनौती है. कांग्रेस बोर्ड रूम में हुई बैठक में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रंजीत पाटील प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) शाहिद तमाम नेता बैठक में शामिल हुए. इस दौरान राजस्थान की वर्तमान राजनीति स्थिति को लेकर भी चर्चा की गई.
बैठक में शामिल हुए सचिन पायलट ने स्क्रीनिंग कमिटी की चेयरपर्सन रजनी पाटिल के उस बयान पर सफाई दी. जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस कोई हरा नहीं सकती बल्कि कांग्रेस को कांग्रेस ही हराती है. क्योंकि इस बयान ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत की तकरार की चर्चाएं बढ़ा दी.
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सचिन पायलट ने क्या कहा
सचिन पायलट ने अपने बयान में कहा कि रजनी पाटिल ने सही कहा कि बीजेपी में इतना दम नहीं कि वह कांग्रेस को हरा सके. बीजेपी तो तमाम चीजें लेकर आ रही है. ईडी, सीबीआई लोगों को प्रलोभन में लेना, लालच देना लेकिन गवर्नेंस के नाम पर केवल प्रचार प्रोपेगेंडा अखबार और व्हाट्सएप है. जो उम्मीद लोगों की थी वह धराशाई हो चुकी है. मैंने सुझाव दिया है की नौजवान लोगों को मौका मिलना चाहिए. जो जीतने वाला उम्मीदवार है उसे मौका देना होगा. सब जानते हैं कि कांग्रेस पिछले दो लोकसभा चुनाव में सफलता प्राप्त नहीं कर पाई है लेकिन इन चुनाव में हमारा वोट प्रतिशत अच्छा रहा है.
उन्होंने आगे कहा, नई सरकार जो बनी है अभी शुरुआती दौर में है. लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं जो निर्णय नहीं लेने का माहौल है. विकास ठप हो गया है और कंफ्यूजन है. सरकार को 6 हफ्ते बने नहीं हुए है और अभी से लोग धरने दे रहे हैं, आंदोलन कर रहे हैं. माहौल ऐसा बन गय कि लोगों का भरोसा डगमगा रहा है. इंडिया गठबंधन का वोट प्रतिशत देखकर वह घबरा रहे हैं. इसीलिए भावनात्मक मुद्दों पर वह माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं. नेता छोटा हो बड़ा हो जल्द ही हम सब लोग सभाएं करेंगे जिलों में जाएंगे हमारी कोशिश रहेगी की हर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार का चयन जल्द करें ताकि चुनाव के लिए पूरा समय मिल जाए.
गठबंधन को लेकर जो भी निर्णय लेना है वह दिल्ली में लिया जाएगा. लेकिन राजस्थान में परंपरागत दो पार्टियों का मुकाबला होता है कांग्रेस और भाजपा का, इसलिए हमारी तैयारी प्रत्येक सीट पर है. हालांकि अंतिम निर्णय दिल्ली में लिया जाएगा. हम चाहते हैं गठबंधन मजबूत बने हर एक को अपने व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़ने होंगे इसके लिए हमारी पार्टी तैयार है .
कैबिनेट में क्या बोलना है यह भी दिल्ली से पूछकर आए
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, कल मुख्यमंत्री इसलिए गए थे दिल्ली की किरोड़ी की RAS परीक्षा के स्थगित करने की मांग को मानना है या नहीं. कैबिनेट में मुझे क्या चर्चा करनी है यह पूछने के लिए भी मुख्यमंत्री को दिल्ली जाना पड़ा है. जनता को निराशा है कि यह क्या हो गया? इस प्रकार की सरकार बन गई जो विकास का रोड मैप नहीं लेकर चल रहे हैं. 100 दिन की कार्य योजना बनाने वाले 100 दिन तो योजना बनाने में ही निकल चुके हैं.
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