Salim Khan : अभिनेता सलमान खान के पिता सलीम खान को एक अज्ञात बुर्काधारी महिला ने गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) के नाम पर धमकी दी है. सलीम खान को बुधवार सुबह मॉर्निंग वॉक करते समय धमकी दी गई. सलीम खान मुंबई के बैंडस्टैंड इलाके में मॉर्निंग वॉक कर रहे थे जब स्कूटी पर बैठे एक व्यक्ति और एक बुर्काधारी महिला ने उन्हें धमकी दी. बताया जा रहा है कि महिला ने सलीम खान को धमकाते हुए कहा - "लॉरेंस बिश्नोई को भेजूं क्या?" इस संबंध में मुंबई पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. बुर्काधारी महिला की तलाश की जा रही है. बांद्रा पुलिस ने इस मामले में एक मामला दर्ज करते हुए महिला की तलाश के लिए दो टीमों को रवाना कर दिया है.
यह धमकी सलमान खान के घर पर कुछ महीने पहले हुई फायरिंग की घटना के बाद दी गई है. इस साल 14 अप्रैल को मुंबई के बांद्रा इलाके में गैलेक्सी अपार्टमेंट्स में दो हमलावरों ने सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की थी. मुंबई पुलिस ने कहा था कि इस गोलीबारी के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है.
इस सिलसिले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें राजस्थान से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया था. मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने जून में हमलावरों को कथित रूप से वित्तीय मदद देने के आरोप में राजस्थान से मोहम्मद रफीक चौधरी नाम के 37 साल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था.
सलमान घर के घर हमला करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई की सुपारी
इस वर्ष जुलाई में नवी मुंबई पुलिस ने सलमान खान के घर फायरिंग मामले में आरोप पत्र दाखिल किया था. इसमें कहा गया था कि सलमान खान को जान से मारने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने 25 लाख रुपये की सुपारी ली थी. इस काम को अंजाम देने के लिए उन्होंने 18 साल से कम उम्र के लड़कों को तैयार किया था.
पुलिस के मुताबिक दोनों हमलावरों को तैयार करने में विदेश में छिपे बैठे लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का बड़ा हाथ था. इन दोनों हमलावरों को 15 मार्च 2024 को हथियार दिलाए गए और बाद में अनमोल ने उन्हें सलमान खान के घर गोली चलाने का निर्देश दिया. ये हमला करने के लिए हमलावरों को 3 लाख रुपये दिए गए थे.
सलमान खान और उनके परिवार के सदस्यों को हाल के वर्षों में कई धमकियां दी गई हैं. वर्ष 2022 में सलमान खान के घर के बाहर एक बेंच पर एक धमकी वाला पत्र मिला था. मार्च 2023 में उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से एक ईमेल से धमकी मिली थी. इस साल अप्रैल में गोलीबारी की घटना से पहले जनवरी में दो अज्ञात व्यक्तियों ने फर्जी पहचान का उपयोग करके पनवेल के पास उनके फार्म हाउस में घुसने की कोशिश की थी.
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