Rajasthan News: अलवर के सरिस्का में अब रणथंभौर की घटना के प्रशासन अलर्ट मोड पर है. सरिस्का में स्थापित धार्मिक स्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को अब हिदायत के बाद प्रवेश दिया जा रहा है. अलवर सरिस्का में 5 रेंज है जिसमें एक बफर रेंज भी है. इस बफर रेंज में एक दर्जन धार्मिक स्थल है, जहां रोजाना श्रद्धालुओं का आवागमन बना रहता है. साथ ही इस बफर रेंज ने फिलहाल 5 टाइगर्स का मूवमेंट बना हुआ है.
टाइगर के हमले के बाद अलर्ट
बाला किला बफर क्षेत्र में पिछले दिनों करनी सागर वाटर हॉल के पास बाघिन 2302 ने अपनी टेरिटरी बनाए हुई थी, जो वह पर्यटकों को भी दिख रही थी. लेकिन रणथंभौर में हुए टाइगर हमले के बाद करनी सागर स्थित करणी माता मंदिर में जाने वाले श्रद्धालुओं को भी रोका गया. बाघिन की वजह से मूमेंट चेंज के बाद श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू किया गया.
मंदिर के अलावा जंगल में नहीं जाने की सलाह
सरिस्का के बफर क्षेत्र में पहले भी मंदिरों के आस-पास टाइगर्स की टेरेटरी रही है. अब श्रद्धालुओं को पूरी तरह से सुरक्षित रहने और मंदिर के रास्ते के अलावा जंगल में नहीं जाने की सलाह दी जा रही है. सरिस्का प्रशासन द्वारा जंगलों में स्थित धार्मिक स्थलों के आस-पास मॉनिटरिंग टीम की गश्त भी बढ़ा दी गई है, जिससे रणथंभौर जैसी घटना फिरसे न हो सके.
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