Ranthambore Tiger Attack: रणथंभौर में बाघ के हमले में रेंजर की मौत, 1 महीने में टाइगर ने 2 लोगों को बनाया शिकार

Ranthambore Tiger Attack: रणथंभौर नेशनल पार्क में एक महीने के अंदर बाघ के हमले में एक और जान चली गई है. इस बार बाघ ने एक वनकर्मी को अपना शिकार बनाया है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Ranthambore Tiger Attack: रणथंभौर में बाघ के हमले में रेंजर की मौत

Ranthambore Tiger Attack: राजस्थान में सवाई माधोपुर के रणथंभौर नेशनल पार्क में बाघ के हमले के थम नहीं रहे हैं. रविवार को रणथंभौर नेशनल पार्क के जोगी महल के पास बाघ के हमले में एक और जान चली गई है. इस बार बाघ ने एक वनकर्मी को अपना शिकार बनाया है. जानकारी के मुताबिक, वन विभाग कर्मी के जब तक बाघ के चंगुल से रेंजर देवेंद्र चौधरी को छुड़ाते, तब तक बाघ ने रेंजर को मौत के घाट उतार दिया.

जोगी महल के पास किया हमला

बताया गया कि जोगी महल के पास बाघ ने वनकर्मी देवेंद्र चौधरी पर हमला किया था. किसी तरह वनकर्मी रेंजर को बाघ के कब्जे से छुड़ाकर अस्पताल ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने रेंजर देवेंद्र चौधरी को मृत घोषित कर दिया. घटना के मौके पर पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. जिला अस्पताल की मोर्चरी में रेंजर का शव रखवा दिया गया है. 

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

16 अप्रैल को बाघ हमले में बच्चे की मौत

बाघ के हमले में रणथंभौर नेशनल पार्क में एक महीने के अंदर यह दूसरी मौत है. इससे पहले 16 अप्रैल को बाघ के हमले में एक 7 वर्षीय बच्चे की मौत हुई थी. बच्चा बूंदी के देहीखेड़ा थाना क्षेत्र में गोहटा का निवासी था. वह अपने चाचा और दादी के साथ रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन के लिए आया था.

दर्शन करने के बाद बच्चा परिवार के साथ मंदिर से वापस लौट रहा था. इसी दौरान जंगल से निकल बाघ ने बच्चे पर हमला कर दिया और उसे जंगल की तरफ उठा ले गया. काफी तलाश के बाद वन विभाग ने जंगल में बच्चे का शव बरामद किया था.

Advertisement

यह भी पढ़ें- 

Ranthambore Tiger Attack: रणथंभौर में 38 साल में बाघों ने छीनी 20 जिंदगियां, एक हफ्ते के लिए त्रिनेत्र गणेश मंदिर का रास्ता बंद 

Ranthambore Tiger Attack: रणथंभौर में 40 साल पहले भी त्रिनेत्र मंदिर से बच्चे को ले गया था बाघ, एक्सपर्ट ने बताई ताजा हमले की वजह

Advertisement