समरावता हिंसाः CM से मुलाकात से पहले प्रतिनिधियों पर भड़के किरोड़ी लाल मीणा, कांग्रेस ने कहा- अब न्याय की क्या उम्मीद की जाए?

SDM Slap Case: उपचुनाव मतदान के दिन एसडीएम को थप्पड़ मारने की घटना के बाद समरावता में भड़की हिंसा मामले में मंगलवार को ग्रामीणों के प्रतिनिधियों ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के साथ गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मुलाकात की.

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किरोड़ी लाल मीणा.

Samravata Violence: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के मतदान के दिन टोंक में SDM को थप्पड़ मारने की घटना के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज है. इस घटना के बाद देवली उनियारा के समरावता गांव में भड़की हिंसा के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया. आगजनी और पथराव में भी कई लोगों को भारी नुकसान पहुंचा. इस घटना के बाद अब सरकार और ग्रामीणों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत का दौर जारी है. समरावता के ग्रामीणों और सरकार की इस बातचीत में किरोड़ी लाल मीणा बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena)  के नेतृत्व में मंगलवार को समरावता हिंसा के पीड़ित ग्रामीणों के प्रतिनिधियों ने गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मुलाकात की. 

लेकिन इस मुलाकात के बाद किरोड़ी लाल मीणा साथ में आए ग्रामीणों के प्रतिनिधियों पर भड़के नजर आए. जिसका वीडियो भी सामने आया. वीडियो में देख सकते हैं कि किरोड़ी लाल मीणा ग्रामीणों पर किस कदर नाराज हैं. वो यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि तुम लोग बदल-बदल कर बयान क्यों दे रहे हो.

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समरावता हिंसाः निर्दोषों की रिहाई, नुकसान का हरजाना और संभागीय स्तर से जांच

दरअसल गृह राज्यमंत्री से वार्ता के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि समरावता गांव में हुई हिंसा की जांच संभागीय आयुक्त स्तर पर कराने पर सहमति बन गई है. उन्होंने यह भी बताया कि निर्दोष लोगों को छोड़ दिया गया है. इस पूरे मामले में ग्रामीणों के घर, बाइक और अन्य वाहन जलने से हुए नुकसान की भरपाई भी अब सरकार करेगी.  

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संभागीय आयुक्त स्तर से मामले की जांच की बात पर ग्रामीणों ने आपत्ति जता दी. जिससे किरोड़ी लाल मीणा ग्रामीणों पर नाराज हो गए. एक ग्रामीण ने कहा- हम संभागीय आयुक्त स्तर पर होने वाली जांच से सहमत नहीं हैं. हम पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच चाहते हैं.

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बदल-बदल कर बयान क्यों दे रहे होः किरोड़ी लाल मीणा

ग्रामीण की इस मांग की जानकारी होते ही किरोड़ीलाल मीणा भड़क गए. जिसके बाद मीणा ने मुख्यमंत्री के पास नहीं जाने को कहा. इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा अपनी गाड़ी से नीचे उतरकर ग्रामीणों की गाड़ी के पास आए. उन पर भड़क गए. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- तुम लोग लोगों से बात होने के बाद ही हमने मीडिया में बयान जारी किया था. अब तुम लोग बदल-बदल कर बयान क्यों दे रहे हो. इससे गलत मैसेज जाता है. 

ग्रामीणों से बोले किरोड़ी लाल-  गहलोत, डोटासरा और पायलट के पास चले जाओ

किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि तुम में से कौन कह रहा है कि कलेक्टर-एसपी को गिरफ्तार करो. अब मैं मुख्यमंत्री के पास नहीं जाऊंगा. गहलोत, डोटासरा और पायलट के पास चले जाओ. अगर वो कलेक्टर-एसपी को गिरफ्तार करा दे तो. नीचे उतरो अपना बयान सही करो. अब तुम लोग कह रहे हो कि तुम सहमत नहीं हो. अगर आप लोग सहमत नहीं थे तो आपने हां क्यों भरी थी.

13 नवंबर को नरेश मीणा ने एसडीएम को मारा था थप्पड़

ग़ौरतलब है कि राजस्थान में 13 नवंबर को 7 सीटों पर उपचुनाव के दौरान एसडीएम को निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने थप्पड़ मार दिया था. जिसके बाद समरावदा गाँव में आगजनी और तोड़फोड़ जैसे कई घटनाक्रम हुए. इसके बाद नरेश मीणा को गिरफ़्तार कर कोर्ट ने जेल भेज दिया .

कांग्रेस ने कसा तंज- अब न्याय की क्या ही उम्मीद की जाए

किरोड़ी लाल मीणा के वीडियो को सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस ने भी तंज कसा है. कांग्रेस ने लिखा- समरावता प्रकरण में सरकार के मंत्री ही दबाव डालने एवं माहौल बिगाड़ने प्रयास का करेंगे तो निष्पक्ष जांच और न्याय की क्या उम्मीद की जाए? मंत्री जी.. विपक्ष की चिंता छोड़िए। जनता की हर लड़ाई मज़बूती से लड़ी है और आगे भी लड़ेंगे.
 

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