Shab-E-Barat 2025: इस साल शब-ए-बारात की इबादत कब की जाएगी? जानें लें सही तारीख

शब-ए-बारात को एक मौका माना जाता है. जब अल्लाह अपने बंदों के गुनाहों को माफ करते हैं और उन्हें अपने दुआ से नवाजते हैं. शब-ए-बारात की हर साल अलग-अलग तारीख पर पड़ता है, क्योंकि यह इस्लामी कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
(फाइल फोटो- ANI)

Shab-E-Barat 2025 Date: शब-ए-बारात इस्लाम का एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इसे शब-ए-बरात या माफी की रात भी कहा जाता है. यह त्योहार इस्लामी कैलेंडर के शबान महीने (8वें महीने) की 14वीं तारीख की रात यानी पंद्रह शाबान से पहले जो रात आती है, उस रात को मनाया जाता है. शब-ए-बारात को मुसलमानों के लिए एक पवित्र रात माना जाता है, जिसमें वे अपने गुनाहों के लिए अल्लाह से माफी मांगते हैं. अब सवाल है कि साल 2025 में शब-ए-बारात का त्योहार कब पड़ेगा. 

शब-ए-बारात पर करते कुरान की तिलावत

बता दें कि शब-ए-बारात पर लोग जागकर नमाज पढ़ते हैं, कुरान की तिलावत करते हैं और अपने गुनाहों के लिए माफी मांगते हैं. वे गरीबों और जरूरतमंदों को दान भी करते हैं. शब-ए-बारात को एक मौका माना जाता है. जब अल्लाह अपने बंदों के गुनाहों को माफ करते हैं और उन्हें अपने दुआ से नवाजते हैं. 

शब-ए-बारात के मौके पर लोग अपने घरों और मस्जिदों को सजाते हैं. वे मिठाईयां और पकवान बनाते हैं और उन्हें अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ बांटते हैं. अगर शब-ए-बारात की तारीख की बात करें तो हर साल इसकी तारीख बदलती रहती है, क्योंकि यह इस्लामी कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है.

Advertisement

इस साल कब है शब-ए-बारात

2024 में शब-ए-बारात 25 फरवरी की रात को मनाई गई थी. इसी वजह से लोगों में काफी कन्फ्यूजन है कि आखिर इस साल शब-ए-बरात कब पड़ेगा. बिहार स्थित इमारत-ए-शरिया की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, 30 जनवरी 2025 को भारत शाबान का चांद दिखा था. मतलब 31 जनवरी 2025 को शाबान की पहली तारीख थी. इस लिहाज से शब-ए-बरात 14 फरवरी 2025 यानी शुक्रवार (जुमा) मनाया जाएगा. 

Advertisement

यह भी पढे़ं- 

Rose Day Gift Ideas: रोज डे पर गुलाब के अलावा और क्या दे सकते हैं गिफ्ट, अपने प्यार को ऐसे करें विश 

Advertisement

छोटी संतान ही माता-पिता की होती सबसे अधिक चहेती, रिपोर्ट में सामने आई जानकारी

Bharatpur: सरकार ने नहीं बनवाई रोड तो ग्रामीणों ने खुद 12 KM लंबी सड़क बनाने का उठाया बीड़ा, हर घर से आगे आए दो-दो सदस्य