शेखावाटी विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति का अनावरण, छात्रों से बोले उपराष्ट्रपति- हार से नहीं डरें

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि पंडित दीनदयाल हमेशा रेल से यात्रा करते थे, विमान से कहीं भी नहीं जाते थे. उनका मानना था कि रेल में पुस्तक पढ़ने का समय मिल जाता है.

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Rajasthan News: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 108 वीं जयंती के अवसर पर सीकर जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के समारोह में शामिल हुए. उपराष्ट्रपति धनखड़ ने शेखावाटी विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति का अनावरण किया. साथ ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय ज्ञान उद्यान का लोकार्पण किया. उपराष्ट्रपति और सभी अतिथियों ने विश्वविद्यालय परिसर में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पौधा भी लगाया. 

'आपके लिए अपॉर्चुनिटी बास्केट बहुत बड़ा'

समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, "नेवर फियर फेलियर. (हार से नहीं डरें) यदि चंद्रयान-2 असफल नहीं होता तो चंद्रयान तीन की आवश्यकता नहीं होती. चंद्रयान 2 बहुत हद तक सफल हुआ. उसे भी कुछ लोगों ने फैलियर बता दिया. कोई भी फैलियर आंशिक सफलता है. वह सफलता की सीढ़ी है. आज चारों तरफ एक होड़ लगी हुई है. कोचिंग केंद्र में जा रहे हैं और सोचते है कि सरकारी नौकरी के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है.आपका अपॉर्चुनिटी बास्केट बहुत बड़ा है. 

'दीनदयाल हमेशा रेल से करते थे यात्रा'

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि पंडित दीनदयाल को मैंने बहुत ही नजदीक से देखा है. वह बड़े चिंतनशील थे कई दिनों तक एकांत में बैठकर चिंतन करते थे. दीनदयाल हमेशा रेल से यात्रा करते थे, विमान से कहीं भी नहीं जाते थे. उनका मानना था कि रेल में पुस्तक पढ़ने का समय मिल जाता है. आगे राज्यपाल बागडे ने कहा कि पंडित जी हमेशा बोलते थे दरिद्र नारायण की सेवा करो और गांव का अंतिम व्यक्ति जो गरीब है, उस तक योजनाओं का लाभ पहुंचना चाहिए. 

'नई शिक्षा नीति में क्षेत्रीय भाषा पर देंगे जोर'

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2030 में नामांकन शत प्रतिशत प्राप्त करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है. नई शिक्षा नीति में सभी के लिए मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा पर अधिक जोर दिया गया है. हमारी सरकार कुशल शिक्षा नीति बना रही है. उपमुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय कुलाधिपति और कुलपति से आग्रह किया कि पंडित जी के एकात्म और मानववाद के सिद्धांत पर खोज करने के लिए विश्वविद्यालय में एक टीम होनी चाहिए.

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