स्कूल को तोड़कर वहां बनाया जा रहा था अस्पताल, विरोध में छात्राओं ने खोला मोर्चा

स्कूल की जमीन पर स्वास्थ्य भवन का निर्माण हो रहा था, उसके विरोध में स्कूल की छात्राएं उतर आईं. छात्राओं ने स्कूल परिसर में जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए और परिजनों व ग्रामीणों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर कर निर्माण के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

विज्ञापन
Read Time: 13 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर
सीकर:

सीकर जिला प्रशासन दौलतपुर गांव में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की जमीन पर स्वास्थ्य भवन निर्माण करवा रही थी. स्कूल की जमीन पर स्वास्थ्य भवन का निर्माण हो रहा था, उसके विरोध में स्कूल की छात्राएं उतर आईं. छात्राओं ने स्कूल परिसर में जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए और परिजनों व ग्रामीणों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर कर निर्माण के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में छात्राओं व ग्रामीणों ने कहा कि जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, वहां पर कक्षा 1 से 7 तक की कक्षाएं संचालित हो रही है. उन्होंने बताया कि स्कूल परिसर की भूमि को खाली समझकर स्थानीय ग्राम पंचायत दौलतपुरा के सरपंच ने पंचायत में प्रस्ताव लाकर ग्राम पंचायत में स्वीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित करने के लिए स्कूल की जमीन का पट्टा जारी कर दिया.

राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय दौलतपुर व कटराथल दोनों पंचायत का प्राथमिक विद्यालय से क्रमोन्नत होकर वर्तमान में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय दौलतपुर के नाम से संचालित किया जा रहा है. स्कूल में करीब ढाई सौ के लगभग छात्राएं अध्यनरत है.

निर्माण के विरोध में छात्राओं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

ज्ञापन में कहा गया है कि मामले को लेकर पूर्व में अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया था, लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं और ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर मामले में हस्तक्षेप करने के लिए जिला कलेक्टर से गुहार लगाई.

विद्यालय में कक्षा 12वीं की छात्रा आलिया बानो ने बताया कि वह जिस स्कूल में पढ़ती है उसके दो पार्ट है. एक पार्ट में बनी बिल्डिंग को तोड़ा जा रहा है, जिसमें 7 क्लास से लगती है, साथ ही पोषाहार का कार्य भी होता है. इसी भवन के पास खेल मैदान है. छात्रा के मुताबिक अगर स्कूल भवन को तोड़कर हॉस्पिटल बनाया जाएगा तो स्कूल की 7 कक्षाएं कहां जाएगी, पोषाहार का कार्य कहां होगा और खेल के मैदान का क्या होगा? 

Advertisement
अगर सरकार ग्रामीण ओलंपिक करवाएगी तो छात्र खेलेंगे कहां, अगर हमारा ग्राउंड ही हमसे छीना जाएगा तो बच्चे खेलेंगे कहां और सातवीं क्लास के बच्चे कहां बैठेंगे. छात्रा ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उनके स्कूल भवन को नहीं तोड़ा जाए और अस्पताल के लिए अन्य कोई जगह तलाश की जाए.                                                       -पीड़ित छात्रा

वहीं, ग्रामीण जगदीश फौजी ने आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में जोहडे व अन्य सरकारी जमीन होने के बाद भी सरपंच द्वारा बालिका विद्यालय को तोड़कर चिकित्सालय का निर्माण करवाया जा रहा हैं. उन्होंने कहा, एक तरफ जहां केंद्र व राज्य सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, लेकिन विद्यालय तोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्कूल भवन को तोड़ने की बजाय अन्य जगह अस्पताल का निर्माण किया जाना चाहिए और अगर विद्यालय को तोड़कर चिकित्सालय का निर्माण करवाया गया, तो सभी ग्रामीण इकट्ठा होकर बड़ा आंदोलन करेंगे.

ये भी पढ़ें-स्कूल में गुरुजी के बर्तन से पानी पीने के कारण दलित छात्र को टीचर ने बेरहमी से पीटा, लोगों में आक्रोश

Advertisement
Topics mentioned in this article