Rajasthan: मध्यप्रदेश के नीमच में जैन मुनियों पर किया था हमला, पुलिस ने राजस्थान के छह लोगों को किया गिरफ्तार

नीमच के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकित जायसवाल ने को बताया कि सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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पुलिस की गिरफ़्त में हमलावर

Attack on Jain monks: मध्यप्रदेश के सिंगोली कस्बे में पैसे न दिये जाने पर रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात तीन जैन मुनियों पर लाठी और धारदार हथियारों से हमला करने के आरोप में एक नाबालिग लड़के समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी है. अधिकारी ने बताया कि आरोपी गणपत नायक, गोपाल भोई, कन्हैया लाल, राजू भोई, बाबू शर्मा और नाबालिग राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं. चित्तौड़गढ़ नीमच के नजदीक ही है.

सिंगोली थाने के प्रभारी निरीक्षक भूरा लाल भाभर ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘जैन मुनि शैलेश मुनि जी, बलभद्र मुनि जी और मुनींद्र मुनि जी हनुमान मंदिर में विश्राम करने के लिए रुके थे, तभी आरोपी तीन मोटरसाइकिलों से वहां पहुंचे और शराब पीने के बाद उन्होंने जैन मुनियों से पैसे मांगे.''

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तीनों जैन मुनियों के सिर और पीठ पर चोटें आईं थीं 

पुलिस के अनुसार, तीनों जैन मुनियों के सिर और पीठ पर चोटें आईं हैं. उसे बाद उन्हें उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने धार्मिक रीति-रिवाजों का हवाला देते हुए उन्होंने इलाज कराने से इनकार कर दिया. उनके अनुसार सूर्यास्त के बाद ऐसा करना वर्जित है. पुलिस ने बताया कि उन्हें सोमवार को सूर्योदय के बाद जैन समुदाय द्वारा संचालित चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया.

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विरोध में किया गया था बाज़ार बंद 

नीमच के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकित जायसवाल ने को बताया कि सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस बीच, जैन समुदाय ने हमले के विरोध में सोमवार को सिंगोली शहर में बंद का आह्वान किया. बंद के आह्वान पर दुकानें बंद रहीं.

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प्रतापगढ़ में भी घटना के ख़िलाफ़ विरोध  

जैन समाज के लोगों ने प्रतापगढ़ में भी आज सकल जैन समाज की ओर से विरोध प्रदर्शन करते हुए गुमानजी जैन मंदिर से मौन जुलूस निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी शामिल हुए. सूरजपोल चौराहे पर कलेक्टर के प्रतिनिधि को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर मामले में लिप्त बदमाशों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. संतो के ऊपर हुए इस हमले की निंदा करते हुए शासन प्रशासन से संतों की सुरक्षा की मांग की गई ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो. 

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