
Sri Ganganagar News: श्रीगंगानगर गंगनहर में 2500 क्यूसेक सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन में आज तीसरे दिन भी कलेक्ट्रेट के पास महाराजा गंगासिंह चौक पर अनिश्चितकालीन महापड़ाव जारी है. सोमवार से शुरू हुए इस धरने में आज हजारों की संख्या में किसान जुट चुके हैं और जिलेभर से किसानों का पहुंचना लगातार जारी है.
धरना स्थल पर अत्यधिक गर्मी को देखते हुए किसानों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. मौके पर कूलर, पंखे, जनरेटर, ठंडे पानी और भोजन की व्यवस्था की गई है, जिससे दूरदराज से आए किसानों को कोई असुविधा न हो. महापड़ाव के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन सतर्क है. श्रीगंगानगर जिले के सभी थानों से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी धरनास्थल पर लगाई गई है. ट्रैफिक कंट्रोल से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं.
निर्धारित पानी नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा
धरने का नेतृत्व कर रहे विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर और अन्य किसान नेताओं ने दोहराया है कि जब तक किसानों को उनका निर्धारित पानी नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. आज की महापंचायत में जिले के हर क्षेत्र से प्रतिनिधि पहुंचे हैं और आंदोलन को और मजबूती देने का संकल्प लिया गया है.
पड़ाव के दबाव में गंगनहर में पानी का प्रवाह सोमवार की तुलना में बढ़ा है और यह 1450 क्यूसेक तक पहुंच गया है, लेकिन किसान नेताओं का कहना है कि यह भी तय हिस्से से बहुत कम है. उन्होंने साफ किया है कि जब तक पूरा 2500 क्यूसेक पानी नहीं दिया जाता, आंदोलन नहीं रुकेगा.
राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी
धरने में शामिल किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन राज्यव्यापी रूप ले सकता है. पंजाब द्वारा तय हिस्से से कम पानी देने और बीकानेर कैनाल क्षेत्र में हो रही पानी चोरी को लेकर भी आज मंच से तीखे शब्दों में विरोध दर्ज किया गया. किसान नेताओ ने बताया कि यह आंदोलन अब केवल पानी की लड़ाई नहीं, बल्कि राजस्थान के सीमावर्ती जिलों की कृषि और किसानों के भविष्य की लड़ाई बन चुका है.
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