सरहदी जिले श्रीगंगानगर में गुलाबी सुंडी कीड़े की वजह से नरमा और कपास की फसलें काफी अधिक प्रभावित हुई हैं. खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर गुरुवार को सादुलशहर उपखण्ड के एसडीएम आफिस पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन ने प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों और मजदूरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मुआवजे की मांग की.
अखिल भारतीय किसान मजदूर यूनियन के संयोजक कौर सिंह ने कहा कि, एसडीएम योगेश देवल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया और जल्द सर्वे करवाकर मुआवजा देने की मांग रखी गयी. इस दौरान माकपा के पालाराम और खेत मजदूर यूनियन की प्रांत सचिव दुर्गा स्वामी भी प्रदर्शन में शामिल हुई. उन्होंने कहा कि गुलाबी सुंडी के कारण फसल पूरी तरह चौपट हो गयी है और किसान आर्थिक रूप से टूट गया है. इसके साथ साथ मजदूरों का हाल भी बेहाल है. ज्ञापन के माध्यम से किसान को मुआवजा और मजदूर को भी मजदूरी का मुआवजा देने की मांग रखी गयी है.
चक्काजाम की दी चेतावनी
प्रदर्शन कर रहे किसानों और मजदूरों ने कहा कि आने वाले तीन चार दिनों में आचार सहिंता लगने की संभावना है और अगर राज्य सरकार की तरफ से मुआवजे की घोषणा नहीं हुई तो मजबूरन आंदोलन तेज करना पड़ेगा और चक्काजाम जैसे कदम उठाने पड़ेंगे. उधर एसडीएम योगेश देवल ने कहा कि फील्ड में सर्वे का कार्य जारी है और सटीक सर्वे करवाकर रिपोर्ट भेजी जाएगी ताकि नियमानुसार किसानों को मुआवजा मिल सके.
कपास की फ़सल के 45 फ़ीसदी तक का नुकसान होने की आशंका
प्रदेश में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर ज़िले में कपास की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप से दोनों जिलों में लगभग 2.56 लाख हेक्टेयर इलाक़ा प्रभावित हुआ है, जिससे 73 हजार किसान प्रभावित हैं. इस प्रकोप की वजह से 5 से 45 फ़ीसदी तक नुकसान का अनुमान है.
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