Rajkumar Roat wrote a letter to PM Modi: जहीर खान जैसे गेंदबाजी एक्शन के चलते सुशीला मीणा वायरल हुई. इसके बाद अब भारत आदिवासी पार्टी सांसद राजकुमार रोत (Rajkumar Roat) ने स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय खोलने की मांग की है. रोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखकर संसदीय क्षेत्र बांसवाड़ा-डूंगरपुर में विश्वविद्यालय का मुद्दा उठाया. उनका कहना है कि बांसवाड़ा-डूंगरपुर जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां की युवा पीढ़ी खेलों के प्रति विशेष रुचि और प्रतिभा रखती है. इस क्षेत्र से अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भारत का मान बढ़ाने वाले पद्मश्री पदक विजेता लिम्बाराम और अन्य कई युवाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में अपनी पहचान बनाई थी. लेकिन वर्तमान में इस क्षेत्र में खेलों के उचित प्रशिक्षण न मिलने और खेल सुविधाओं के अभाव से उनकी प्रतिभा को सही दिशा नहीं मिल पा रही है.
यहां के खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध हो आधुनिक प्रशिक्षण- रोत
रोत ने कहा कि अगर इस क्षेत्र में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाती है, तो यहां के खिलाड़ियों के लिए आधुनिक प्रशिक्षण, संसाधन और विश्व स्तरीय सुविधाएं प्राप्त होगी. इससे यहां रोजगार के नए आयाम तय होगे, इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा. साथ ही भारत का खेल क्षेत्र में कद बढ़ेगा.
स्किल डेवलपमेंट कॉलेज खोलने की भी की मांग
बीएपी सांसद ने स्किल डेवलपमेंट कॉलेज स्थापित करने की भी मांग की. रोत का कहना है कि यहां के युवाओं में प्रतिभा और मेहनत की कोई कमी नहीं है. इसके बावजूद इस क्षेत्र के युवाओं को औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप तकनीकी प्रशिक्षण और कौशल विकास का अवसर नही मिल पाता है. वे रोजगार के क्षेत्र में निरन्तर पिछड़ते जा रहे हैं और यहां के अधिकतर युवा मजदूरी करने के लिए गुजरात पलायन को मजबूर है.
आदिवासी छात्रा सुशीला पारगी-मीणा जैसी कई प्रतिभाओं को तराशने के लिये ही मैंने माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी से संसदीय क्षेत्र बांसवाड़ा-डूंगरपुर में खेल विश्वविद्यालय व स्किल डेवलपमेंट कॉलेज खोलने की मांग रखी है।
— Rajkumar Roat (@roat_mla) December 22, 2024
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में प्रतिभाएं बहुत है, बस सरकार… pic.twitter.com/rvPgIuQplO
बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद का कहना है कि अगर संसदीय क्षेत्र बांसवाड़ा में स्किल डेवलपमेंट कॉलेज की स्थापना की जाती है तो यहां के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण, आईटी क्षेत्र, औद्योगिक कौशल, हस्तकला, स्वास्थ्य सेवाएं, कृषि आधारित उद्योग और अन्य रोजगारों के क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जा सकेगा. इससे न केवल युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. बल्कि वे स्वरोजगार और स्टार्टअप के क्षेत्र में अपने जिले, राज्य और देश का नाम रोशन कर सकेंगे.
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