
BJP's factionalism in Tonk: टोंक में बीजेपी की गुटबाजी की पोल खुल गई. जिला संगठन में जारी गुटबाजी एक बार फिर उजागर हो गई. यह सब कुछ मंत्री अविनाश गहलोत के सामने हुआ. नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. मंत्री के स्वागत के लिए जुटे जिलाध्यक्ष चन्द्रवीर सिंह चौहान और पूर्व विधायक अजित सिंह मेहता के समर्थक आपस में भिड़ गए. इस दौरान एक-दूसरे को धमकाने भी लगे. मामला इस कदर बढ़ गया कि अन्य लोगों को बीच-बचाव के लिए आना पड़ा. यह मामला कल (25 जून) का है, जब बीजेपी टोंक द्वारा आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर आपातकाल दिवस मनाया जा रहा था.
जिलाध्यक्ष पर मनमाने तरीके से काम करने का आरोप
इस कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, विधायक राजेन्द्र गुर्जर, विधायक रामसहाय वर्मास जिला प्रमुख सरोज बंसल समेत कई पदाधिकारी और पूर्व विधायक भी मौजूद थे. कार्यक्रम में कई कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पर मनमाने तरीके से काम करने का आरोप लगाया. इसी बात पर तनाव हो गया.
कैबिनेट मंत्री ने चखा टोंक की कचोरी का स्वाद
इस कार्यक्रम में मीसाबंदियों का सम्मान किया गया. इसके बाद वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा के तहत टोंक विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को 2 दिवसीय गिर्राज महाराज की यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. वहीं, शहर में केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने टोंक की कचोरी का स्वाद भी चखा. सड़क से गुजरते समय विधायक राजेन्द्र गुर्जर के साथ कचोरी की दुकान पर रुके और कचौरी का जायका लेते नजर आए. हालांकि वहां मौजूद लोगों ने दबी जुबान से कहा कि बैठक से पहले बीजेपी कार्यकर्ता की गुटबाजी और लड़ाई ने बैठक का जायका बिगाड़ दिया था.
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