Hanumangarh Girl Missing: राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों से रेप, गैंगरेप, लड़कियां लापता, लूट, हत्या जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही है. अब मंगलवार को हनुमानगढ़ जिले से एक ऐसी खबर सामने आई, जिसमें एक मजदूर परिवार की बेबसी के साथ आधी आबादी के खिलाफ हो रहे अपराध की बानगी बयां कर रही है. मंगलवार को हनुमानगढ़ एसपी विकास सांगवान से एक परेशान परिवार और उसके साथ कुछ सामाजिक संगठनों के लोग न्याय की गुहार लगाने पहुंचे.
7वीं और 8वीं में पढ़ने वाली बच्चियां लापता
पीड़ित परिवार ने बताया कि 38 दिन से लापता दो नाबालिग बच्चियों का पुलिस कोई सुराग नहीं जुटा सकी है. कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर आज परेशान परिजन हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने पहुंचे. बताया कि 7वीं और 8वीं में पढ़ने वाली दो सगी नाबालिग बहनों के स्कूल से लौटते समय अचानक गायब होने से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
संगरिया थाना क्षेत्र से लापता हुई बच्चियां
दरअसल हनुमानगढ़ जिले के संगरिया थाना क्षेत्र के एक गांव में दो नाबालिग बहनों का स्कूल से लौटते समय रास्ते में से गायब हो जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. क्योंकि घटना को 1 माह से अधिक बीत जाने के बावजूद अभी पुलिस परिजनों को कोई ठोस बात नहीं बता पाई है.
एसपी से मिलकर लगाई गुहार
परेशान परिजन और कई सामाजिक संगठनों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और कार्यालय के आगे पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बोले कि जहाँ शिक्षा के मंदिर में पढ़ने गई एक मज़दूर परिवार की दो नाबालिग बहनें स्कूल की छुट्टी के बाद घर लौटते समय रास्ते से गायब हो गई.
मनरेगा मजदूरी करती है पीड़िता महिला
पीड़ित महिला ने बताया कि वो मनरेगा में मजदूरी करती है, 19 जुलाई को वो अपनी दोनों बेटियों जो कक्षा 7 और 8 की छात्रा है, को स्कूल छोड़ कर नरेगा पर मजदूरी के लिए चली गई. जब काम से वापस लौटकर घर पहुंची तो दोनों बेटियां घर नहीं पहुंचने पर इधर उधर तलाश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने पर, संगरिया पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया. लेकिन पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने पर पुलिस अधीक्षक को भी कार्रवाई को लेकर ज्ञापन सौंपा था.
पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही
परिजनों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान से मिलकर ज्ञापन सौंप कर मांग कि है कि जल्द से जल्द उनकी नाबालिग बच्चियों को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए. परिजनो और सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे.
अमीरों के बच्चे और कुत्ते कुछ घंटे में ढूंढ लेती है पुलिस
नायक महासभा के जयवीर नायक ने कहा कि अगर प्रदेश में अमीरों के बच्चे गुम हो जाए तो पुलिस महज 12 घंटे में उन्हें ढूंढ लेती है और अमीरों का अगर कुत्ता गुम हो जाए तो 71 घंटों में पुलिस उसे भी ढूंढ लेती है, लेकिन एक गरीब की दो बेटियों को एक महीना 8 दिन से गायब होने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली है. पुलिस की कार्य शैली पर सवाल उठाना तो लाजमी है.
एसपी बोले- एक किशोरी दस्तयाब
हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने परिजनों से मिलने के बाद, जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिन पहले दो नाबालिग बच्चियों स्कूल से गायब होने का मामला दर्ज हुआ था. पुलिस अनुसंधान के दौरान दोनों बच्चियों के कांटेक्ट गंगानगर और पंजाब में मिले. कांटेक्ट के आधार पर पुलिस ने कई संदिग्ध युवकों से पूछताछ की. पूछताछ के आधार पर एक छोटी बहन को हिसार से दस्तयाब कर लिया गया है और जल्द ही दूसरी बड़ी बहन को भी दस्तयाब कर लिया जाएगा.
यह भी पढ़ें - जोधपुर में कोलकाता जैसा कांड, अस्पताल के पीछे नाबालिग बच्ची से गैंगरेप, FSL टीम कर रही छानबीन