उदयपुर हिंसा पर CM ने DGP से मांगी रिपोर्ट, दो छात्रों में चाकूबाजी के बाद हिंसक प्रदर्शन, धारा 163 लागू

Udaipur Communal Violence: उदयपुर में दो स्कूली छात्रों में चाकूबाजी के बाद सांप्रदायिक माहौल बिगड़ गया है. आक्रोशित लोगों ने कई गाड़ियां फूंक दी. मॉल में भी तोड़-फोड़ किए जाने की सूचना सामने आई है.

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Udaipur Communal Violence: दो स्कूली छात्रों में चाकूबाजी के बाद उदयपुर में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ गया है. आक्रोशित लोगों ने सड़कों पर उतरकर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान बाजार बंद कराकर आक्रोशित लोगों ने गाड़ियों में आग भी लगा दी. माहौल खराब होने के बाद इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. दूसरी ओर उदयपुर के डीएम अरविंद पोसवाल ने लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. इधर शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उदयपुर डीएम अरविंद पोसवाल ने शहरमें धारा 163 लागू कर दी है.

चेतक सर्किल, हाथीपोल सहित कई इलाकों में तनाव

मिली जानकारी के अनुसार उदयपुर में सरकारी स्कूल के दो स्टूडेंट के झगड़े और चाकूबाजी के बाद तनाव के हालात हो गए. बताया गया कि सरकारी स्कूल में एक स्टूडेंट ने दूसरे छात्र पर चाकू से हमला किया था. घायल स्टूडेंट एमबी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. घटना से आक्रोशित लोगों ने चेतक सर्किल, हाथीपोल, अश्विनी बाजार, बापू बाजार और घंटाघर एरिया की दुकानों को बंद करवा कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

CM भजनलाल ने गृह राज्यमंत्री और DGP से मांगी रिपोर्ट

स्कूली छात्रों के विवाद के बाद उदयपुर में भड़की हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गृह राज्यमंत्री और डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है. गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सीएम को घटना के बारे जानकारी दी है. फीडबैक लेने के बाद सीएम ने शांति-व्यवस्था के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.

सांसद-विधायक सहित कई जनप्रतिनिधि अस्पताल में

इस घटना की जानकारी मिलते ही उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत, MLA ताराचंद जैन, MLA फूलसिंह मीणा, समाजसेवी प्रमोद सामर सहित कई प्रबुद्धजन अस्पताल पहुंचे. जहां इन लोगों ने डॉक्टरों को घायल छात्र के बेहतर और त्वरित उपचार के निर्देश दिए. साथ ही आमजन से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. 

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गाड़ियां फूंकी, मॉल में भी तोड़-फोड़

एहतियात के तौर पर इन इलाकों में भारी पुलिस तैनात हैं. पुलिस ने हमलावर स्टूडेंट और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान कुछ लोगों ने कई गाड़ियों में भी आग लगा दी. साथ ही एक मॉल में घूसकर भी तोड़-फोड़ किए जाने की बात सामने आई है. प्रशासन का दावा है कि फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं. 

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प्रशासन, जनप्रतिनिधियों की चल रही बैठक

उदयपुर हिंसा के मामले में कलेक्ट्रेट मिनी सभागार में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की बैठक चल रही है. संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, लोकसभा सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उप महापौर पारस सिंघवी, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, समाजसेवी प्रमोद सामर, रविन्द्र श्रीमाली सहित कई प्रबुद्धजन बैठक में मौजूद रहे. बैठक में शहर में शांति व्यवस्था कायम करने को लेकर चर्चा हुई. अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.

उदयपुर में क्यों भड़की हिंसा

उदयपुर में ताजा भड़की हिंसा के पीछे दो स्कूली छात्रों के बीच हुए विवाद को कारण बताया जा रहा है. दरअसल शुक्रवार सुबह उदयपुर के सूरजपोल थाना क्षेत्र के भाटियानी चौहटा स्थित आर्य समाज स्कूल के बाहर छात्रों में आपसी कहासूनी के बाद चाकूबाजी हो गई. जिसमें एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया है. घायल छात्र का नाम देवराज बताया जा रहा है. 

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चाकूबाजी के बाद बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे लोग

हमले के बाद आरोपी छात्र स्कूल से फरार हो गया. चाकूबाजी की सूचना पर सूरजपोल पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है. चाकू बाजी की घटना के बाद स्कूल और इलाके में दहशत का माहौल हो गया. जिसके बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए. फिर बाजार बंद कराते हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की. 

उदयपुर डीएम ने लोगों से की शांति की अपील

उदयपुर के कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि सुबह दो बच्चों में आपसी लड़ाई की सूचना मिली. एक बच्चे के जांघ पर चाकू से वार किया गया. बच्चे का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. फिलहाल बच्चा आईसीयू में है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं दें. 

डीएम ने आगे बताया कि हमला करने वाले बच्चे और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रशासन से बिना वेरिफाई किए किसी भी प्रकार की बात पर ध्यान नहीं दें. हम सभी संगठनों से बात कर रहे हैं. 100 में से 2 लोग ही माहौल खराब करते हैं. ऐसे लोगों की तुरंत पुलिस को सूचना दें. 

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