Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर जिले के ऋषभदेव ब्लॉक में एक अभिभावक ने शिक्षा के प्रति समर्पण की मिसाल कायम की है. प्राथमिक विद्यालय नलाफला का भवन जर्जर होने के कारण असुरक्षित घोषित कर दिया गया. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई रुकने की आशंका थी. लेकिन गांव के प्रकाश मीणा ने अपने घर को स्कूल के लिए निःशुल्क दे दिया, ताकि बच्चों का भविष्य अंधेरे में न रह सके.
जर्जर भवन ने बढ़ाई चिंता
झालावाड़ में हुई दुखद घटना के बाद पूरे राजस्थान में जर्जर स्कूल भवनों की जांच तेजी से चल रही है. नलाफला के प्राथमिक विद्यालय का भवन भी जांच में असुरक्षित पाया गया. उच्च अधिकारियों ने इसे बंद करने का आदेश दिया. इससे बच्चों की पढ़ाई पर संकट आ गया. नया भवन बनने में समय लगने वाला था, और वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश शुरू हो गई.
अभिवाक प्रकाश मीणा का बड़ा कदम
ऐसे मुश्किल समय में प्रकाश मीणा आगे आए. उन्होंने स्कूल से 300 मीटर दूर स्थित अपना घर स्कूल संचालन के लिए निःशुल्क देने की घोषणा की. प्रकाश का यह फैसला इसलिए भी खास है क्योंकि उनके पास 5 बेटियों, 3 बेटों और एक नेत्रहीन भाई की जिम्मेदारी है. फिर भी, उन्होंने शिक्षा को प्राथमिकता दी और अपने परिवार की परेशानियों को दरकिनार कर बच्चों के भविष्य को चुना.
गांव वालों ने की सराहना
प्रकाश के इस नेक काम की हर तरफ तारीफ हो रही है. गांव की सरपंच अनिता देवी, पीईईओ संतोष व्यास, उप प्रधानाचार्य लक्ष्मण लाल मीणा, विद्यालय प्रधान चंद्रिका मीणा, अध्यापिका बसंती मीणा और पूरी पंचायत ने उनका अभिनंदन किया. प्रकाश का यह कदम न केवल गांव के बच्चों के लिए प्रेरणा है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक मिसाल है. उनकी इस पहल ने साबित कर दिया कि शिक्षा का प्रकाश हर हाल में जलता रहना चाहिए.
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