Udaipur Palace News Live Updates: चित्तौड़गढ़ किले के फतहप्रकाश महल में खून से राजतिलक की रस्म के बाद जब परंपरा निभाने के लिए मेवाड़ के 77वें महाराणा विश्वराज सिंह अपने समर्थकों के साथ धूणी दर्शन के लिए उदयपुर सिटी पैलेस पहुंचे तो उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया गया. वहां बैरिकेड लगाकर उनका रास्ता रोक लिया गया. इसके बाद विश्वराज के समर्थ बैरिकेड पर चढ़ गए और उसे फांदने की कोशिश करने लगे. तभी सिटी पैलेस के अंदर से पथराव होने लगा. देर रात वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके चलते डीएम-एसपी ने सिटी पैलेस के बाहर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया.
'पत्थरबाजों पर होगी FIR'
उस वक्त महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह मेवाड़ ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'प्रशासन 26 नवंबर की सुबह कार्रवाई करेगा. इस कार्रवाई को हमें देखना है. दर्शन के लिए प्रशासन ने आश्वस्त किया है. इसीलिए आप सभी से अपील है कि कोई भी कानून अपने हाथ में ना ले. हम विरोध शांतिपूर्वक करेंगे. पत्थरबाजी करने वालों पर एफआईआर दर्ज होगी. आप सभी से अपील है कि सभी वापस लौट जाएं'.
धूणी कुर्क, रिसीवर नियुक्त
अब कहा जा रहा है कि आज फिर विश्वराज सिंह के समर्थक सिटी पैलेस के बाहर जमा होने वाले हैं. इसी के मद्देनजर कानून व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है. इस दौरान की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें खाली सड़कों पर पुलिस बैरिकेट लगे हुए नजर आ रहे हैं. रात में ही जिला प्रशासन ने सिटी पैलेस के गेट पर रिसीवर नियुक्ति करने का ऑर्डर भी चस्पा किया है. इसमें बड़ी पोल से धूणी और जनाना महल तक जाने वाले रास्ते के साथ धूणी वाले स्थान को कुर्क करने की भी जानकारी दी गई है. ऐसे में आज होने वाली कार्रवाई पर राजस्थान समेत पूरे देश की नजर रहेगी.
यहां देखें उदयपुर की खबरों का लाइव अपडेट्स
Mewar Royal Family Clash in Udaipur: कलेक्टर के बयान पर महाराणा विश्वराज का पलटवार
मेवाड़ के महाराणा विश्वराज सिंह ने NDTV राजस्थान से खास बातचीत में उदयपुर कलेक्टर के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, 'अगर कलेक्टर सीसीटीवी कब्जे में लेकर पत्थरबाजों की पहचान करने की बात कर रहे हैं तो उनसे पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने सीसीटीवी कहां के कब्जे में लिए हैं. सिटी पैलेस के या कहीं और के? क्योंकि पैलेस में लगे सीसीटीवी का फोकस तो सड़क पर नीचे खड़े मेरे समर्थकों पर था. और पत्थर पैलेस के अंदर से दीवार के ऊपर से फेंके गए. तो पुलिस कैसे उन्हें पकड़ेगी? कैसे पहचान करेगी?
कलेक्टर को यह भी बताना चाहिए कि अगर वो पैलेस के अंदर दाखिल हो गए तो उन्होंने धूणी वाले एरिया को कब्जे में क्यों नहीं लिया? अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
बैरिकेटिंग के साथ बांधे जा रहे लोहे के पाइप
उदयपुर सिटी पैलेस के आसपास पुलिस ने तीन लेयर में बैरिकेडिंग लगाई है, जिसे और भी मजबूत किया जा रहा है. बैरिकेटिंग के साथ लोहे के पाइप को बांधा जा रहा. ताकि भीड़ उसे तोड़कर या गिराकर आगे न बढ़ सके. इतना ही नहीं, वहां पर लोहे के तार वाली जाली रखी हुई भी नजर आ रही है, जिसे सुरक्षा को और कड़ी करने के लिए काम में लाया ला सकता है.
चित्तौड़गढ़ में राजतिलक से उदयपुर में बवाल तक की पूरी टाइमलाइन
धूणी का एरिया प्रशासन ने अपने कब्जे में लिया: उदयपुर कलेक्टर
उदयपुर के कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने एनडीटीवी से बाततचीत में कहा, 'कल दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था. एक पक्ष धूणी का दर्शन करना चाह रहा था. लेकिन दूसरे पक्ष को इससे ऐतराज था. हमने कई राउंड में बातचीत की, लेकिन असफल रही. कल रात को दोनों पक्षों के सहमति बन गई, जिसके बाद हमनें धूणी का एरिया अपने कब्जे में ले लिया. फिलहाल सिटी पैलेस के आसपास तीन लेयर सिक्योरिटी लगाई गई है. साथ ही पत्थरबाजी करने वाले लोगों को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
धूणी दर्शन के लिए पाबंदी नहीं होनी चाहिए: विश्वराज सिंह मेवाड़
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब विश्वराज सिंह मेवाड़ से पूछा गया कि परमिशन मिलने पर आप धूणी दशर्न के लिए अकेले जाएंगे या परिवार के साथ? तो महाराणा ने कहा- मैं तो अकेला भी जा सकता हूं. परिवार के साथ भी जा सकता हूं. जो हमारे साथ लोग जुड़े हुए हैं उनके साथ भी जा सकता हूं. हमें शांतिपूर्वक दर्शन के लिए जाना है. इसीलिए वहां कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए. भीड़ तो नहीं जाएगी. मगर, कुछ लोग जो जाना चाहें वो जा सकें.
आवाज उठानी है, लेकिन कानून को हाथ में नहीं लेना है: विश्वराज सिंह मेवाड़
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विश्वराज सिंह मेवाड़ ने कहा, 'हमें आवाज उठानी है, लेकिन कानून को हाथ में नहीं लेना है. धूणी के दर्शन से पहले हम चाहते हैं कि कलेक्टर अपनी बात के अनुसार, उस एरिया को सीज करें. कल जब मैंने उनसे कहा था जो कलेक्टर ने बताया था कि नोटिस उन्होंने लगा दिया है. मगर अंदर जाकर जगह कुर्क करने के लिए उनके पास पर्याप्त फोर्स नहीं है. आज फोर्स बुलाई गई है, शायद कोई कार्रवाई हो.'
पथराव पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई: विश्वराज सिंह मेवाड़
उदयपुर सिटी पैलेस के अंदर से कल हम पर पथराव हुआ. प्रशासन ने कल इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया. मगर अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ. प्रशासन ने कल हमें दर्शन कराने के लिए आश्वस्त किया था. उन्होंने कहा था कि आज हम फोर्स मंगा रहे हैं.
Udaipur Royal Family: विश्वराज सिंह मेवाड़ ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
विश्वराज सिंह मेवाड़ ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'उदयपुर सिटी पैलेस में हम सिर्फ दर्शन के लिए जाना चाहते थे. लेकिन कमजोर जिला प्रशासन इसका भी इंतजाम नहीं करवा सका. कानूनी तरह से, परंपरा के तरीके से यह सिर्फ दर्शन की बात थी. वहां जाकर दर्शन करना मेरा हक है. लेकिन प्रशासन मेरे हक को कायम नहीं रख पाया.'
पुराना है मेवाड़ में राजगद्दी का संघर्ष
भारत में जन जन के नायक और संघर्ष के पर्याय रहे महाराणा प्रताप के राजतिलक के समय भी ऐसा ही संघर्ष हुआ था. CLICK करके पढ़ें पूरी खबर
Udaipur Tension: उदयपुर में हुई झड़प की सांसद राजकुमार रोत ने की निंदा
बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट से भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने उदयपुर झड़प पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. मंगलवार सुबह उन्होंने एक्स पर लिखा, 'उदयपुर राजपरिवार सत्ता व संपत्ति के लिए सड़क पर पत्थरबाजी-शीशेबाजी की लड़ाई कर गौरवशाली मेवाड़ के इतिहास को शर्मसार व हल्दीघाटी के शहीदों को अपमानित करने का कृत्य किया है. मेवाड़ को गौरवशाली बनाने में भील समुदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा है, उसकी गवाही खुद मेवाड़ का राजचिह्न देता है. हल्दी घाटी के युद्ध में सबसे अधिक भीलों का खून बहा है, जबकि राजपरिवार के कार्यक्रम में भील समुदाय की उपेक्षा की गई. पूरे घटनाक्रम की हम कड़ी निंदा करते है.'
Police Security in Udaipur: जगदीश मंदिर के आसपास तैनात पुलिसबल
उदयपुर में जगदीश मंदिर के आसपास पुलिसबल की तैनाती गई है. इनके पास हिंसा भड़कने की स्थिति में बचने के लिए सुरक्षा उपकरण भी मौजूद हैं.
Udaipur News LIVE: उदयपुर पैलेस के आसपास भारी पुलिसबल की तैनाती
उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर और उस तरह जाने वाले रास्तों पर थ्री लेयर में बैरिकेडिंग लगाई गई है. इस वक्त इलाके में भारी पुलिसबल की तैनाती है. हर हलचल पर कड़ी नजर रखी जा रही है.