Ravindra Singh Bhati FIR: राजस्थान के बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में बाधा डालने के आरोप में रविंद्र सिंह भाटी पर मामला दर्ज किया गया है. वहीं इस मामले की जांच CID-CB करने वाली है. हालांकि रविंद्र सिंह भाटी ने इस मुकदमे के बाद मोर्चा खोल दिया है और कहा है कि वह किसी भी हाल में झुकेंगे नहीं और किसानों की आवाज को दबने नहीं दूंगा.
NSEFI ने लिखा था पीएम को पत्र
नेशनल सोलर एनर्जी फेडरेशन ऑफ इंडिया (NSEFI) ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर कहा था कि विधायक भाटी द्वारा उत्पन्न की गई बाधाओं के कारण इलाके में नवीकरणीय परियोजनाओं में 8500 करोड़ रुपये का निवेश रुका हुआ है.
कर्मचारियों और अधिकारियों को धमकाने का मामला
बाड़मेर के जिला पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार मीणा के निर्देश पर शिव थाने में विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया जिसकी जांच अब सीआईडी-सीबी अपराध अन्वेषण शाखा करेगी क्योंकि मामला विधायक से जुड़ा है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसा राम बोस ने बताया, 'विधायक के खिलाफ 19 जनवरी को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना के काम में बाधा डालने और कर्मचारियों और अधिकारियों को धमकाने का मामला दर्ज किया गया था. किसानों की जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर इलाके में विरोध प्रदर्शन चल रहा है.'
वहीं भाटी ने पत्रकारों से कहा, 'मैंने अपने क्षेत्र में किसी भी परियोजना में बाधा नहीं डाली है. मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के किसानों के अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं. विकास के नाम पर विनाश स्वीकार्य नहीं है. विकास होना चाहिए, लेकिन किसानों और वंचितों को उनका हक भी मिलना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि वे जल्द ही अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे और विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाएंगे. सौर और पवन परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित जमीन के मुआवजे को लेकर विवाद के बाद शिव विधानसभा में आंदोलन चल रहा है.
जिसे धमकाया है तो शिकायतकर्ता को सामने तो लाएं
शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि ये मुकदमा नहीं एक जनप्रतिनिधि के मैडल है. सरकार और कंपनियां उसे डराने का प्रयास कर रही हैं. लेकिन मैं इससे डरने वाला नहीं हूं न ही झुकने वाला हूं. जब भी जनता को जरूरत होगी उनके साथ खड़ा रहूंगा,जरूरत पड़ी तो धरना देंगे, प्रदर्शन करेंगे लेकिन किसानों की आवाज को दबने नहीं दूंगा. जो आरोप कंपनियों ने लगाएं उनसे कहना चाहता हूं एक भी शिकायतकर्ता सामने तो लाएं जिसको उन्होंने धमकाया हैं या पैसा मांगा हैं.