Rajasthan News: राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर को बूंदी में उनके ही विभाग के कर्मचारियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. बूंदी दौरे के दौरान कर्मचारियों ने एक पुलिसकर्मी पर मारपीट का आरोप लगाया और उसे सस्पेंड किए जाने को लेकर प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में विद्युत विभाग के कर्मचारी सर्किट हाउस में मंत्री के सामने विरोध प्रकट करने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें सर्किट हाउस के अंदर जाने से रोक दिया. मंत्री अंदर हरियाली तीज के मौके पर पौधारोपण कर रहे थे तो कर्मचारी बाहर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान कर्मचारियों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारे लगाए. वहीं जब मंत्री सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट अधिकारियों की बैठक लेने जाने लगे तो कर्मचारियों ने उनकी गाड़ियों को घेर लिया.
क्यों कर्मचारी कर रहे थे प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी कर्मचारी आकाश ने बताया की हमारा पीड़ित कर्मचारी प्रकाश मीणा 30 जुलाई को रघुनाथपुरा जीएसएस पर डयूटी दे रहा था. इसी बिच लोडशेडिंग के चलते 33 केवी सप्लाई बंद हो गई. कुछ देर बार जावटीखुर्द, राताबरडा, जावटीकलां व गणेशपुरा गांव के लोग जीएसएस पर पहुंचे. उनके हाथ में लाठियां भी थी. उन्होंने आते ही बोला कि और जगह की की तो लाइट आ रही है. यहां आसपास के गांव की बिजली क्यों बंद कर रखी है. कर्मचारी ने कहा की बूंदी मुख्यालय के 132 से ही 5 नंबर फीडर की बिजली बंद है. इस पर ग्रामीणों ने गाली गलौज करते हुए लात-घूंसे व लाठियों से मारपीट शुरू कर दी.
बाद में घटना की जेईएन को सूचना दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस के एएसआई जय सिंह ने भी कर्मचारी ने भी अभद्रता और मारपीट कर दी और पुलिस वाले ने कहा की कि विद्युत आपूर्ति मेंटेन नहीं की जाती है. पुलिसकर्मी ने भी बचाने की जगह उसे थप्पड़ मारा. इसके बाद घटना से उच्चाधिकारी को अवगत कराया. हम घायल कर्मचारी अस्पताल लेकर आए. मारपीट के दौरान जीभ कटी हुई थी. पसलियों व गर्दन में चोट थी. घटना के 7 दिन बीत जाने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन नहीं मिल रहा है ना है ग्रामीणों पर कार्रवाई हुई है ना ही दोषी पुलिसकर्मी पर कोई कार्रवाई हुई है. हमारी मांग है की दोषी पुलिस अधिकारी को सस्पेंड किया जाए यदि प्रशासन हमारी मांगे नहीं सुनेगा तो पूरा स्थान पर में आंदोलन करेंगे.
कर्मचारी से मारपीट के बाद विभाग में आक्रोश
घटना के बाद विद्युत कर्मचारियों में नाराजगी फैल गई. कार्रवाई की मांग को लेकर नैनवां रोड स्थित एईएन ऑफिस में बूंदी शहर, ग्रामीण, केपाटन, तालेड़ा, नैनवां, लाखेरी, करवर, दबलाना, हिंडौली सहित सभी जगह के कर्मचारी एकत्रित हो गए थे. आरोपी ग्रामीणों और पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग को लेकर सदर थाने में नामजद रिपोर्ट दी. घटना के बाद से जिलेभर के कर्मचारियों में गुस्सा है. ग्रामीणों व पुलिसकर्मी द्वारा कर्मचारी के साथ मारपीट की गई है, जो गलत है. ऐसे सरकारी कर्मचारियों के साथ आमजन मारपीट करेगी तो कर्मचारी कैसे स्वतंत्र होकर काम करेंगे. ऐसे दोषियों पर कार्रवाई होना बहुत जरूरी है यदि पुलिस या प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई नहीं करता तो हड़ताल पर चले जाएंगे.
मंत्री बोले कर्मचारियों का आपसी मामला
बूंदी सर्किट हाउस में हरियाली तीज के मौके पर ऊर्जा मंत्री प्रभारी मंत्री होने के नाते पौधारोपण करने के लिए पहुंचे थे. इसी बीच कर्मचारियों का दल सर्किट हाउस के पास जमा हो गया. पुलिस ने कर्मचारियों को मंत्री से मिलने के लिए मना कर दिया. ऐसे में सर्किट हाउस छावनी के रूप में तब्दील हो गया. कर्मचारी नारेबाजी करने लगे उन्होंने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. मीडिया से बातचीत करते हुए ऊर्जा मंत्री ने मारपीट की घटना को कर्मचारियों की आपसी घटना तक बता दिया. हालांकि बाद में सर्किट हाउस से जाने लगे मंत्री तो कर्मचारियों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया. मंत्री बाहर निकले और उनके साथ हो रही मारपीट की घटनाओं की निंदा करते हुए उनके के साथ न्याय पूर्ण कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि उनके साथ फील्ड में मारपीट की घटना को सहन नहीं किया जाएगा.
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