IPL 2025 Auction : 6 में 6 गेंद अलग डाल सकता है भरतपुर का ये बोलर! सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा

IPL Mega Auction 2025: भरतपुर के राहुल चाहर अगले साल आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी का जलवा दिखाएंगे.

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IPL Mega Auction 2025:  राजस्थान के राहुल चाहर अगले साल आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे. लेग स्पिनर राहुल चाहर को IPL-2025 की नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने 3.20 करोड़ रुपये में खरीदा है. राहुल ने आईपीएल ने 2017 में खेलना शुरू किया था. सबसे पहले वो पुणे सुपरजायंट्स के लिए खेले. इसके बाद 2018 से 2021 तक वो मुंबई इंडियंस के साथ. फिर 2022 से वो पंजाब किंग्स के लिए खेले. अब वो सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलेंगे. राहुल भरतपुर के विजय नगर कॉलोनी के रहने वाले हैं. यहीं 4 अगस्त 1999 को उनका जन्म हुआ था. उन्होंने अपने चचेरे भाई और भारतीय क्रिकेटर दीपक चाहर को देखकर क्रिकेट खेलना शुरू किया था. दीपक चाहर को मुंबई इंडियंस ने सवा 9 करोड़ रुपये में खरीदा है. 

जयपुर कोच‍िंंग करने गए   

भरतपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव और पूर्व क्रिकेटर शत्रुघ्न तिवारी ने बताया कि राहुल चाहर ने भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम से क्रिकेट जीवन की शुरुआत की. उन्होंने कहा,"मुझे याद है राहुल अपने ताऊ लोकेंद्र चाहर और अपने पिता देशराज चाहर के साथ 11 साल की उम्र में पहली बार लोहागढ़ स्टेडियम में क्रिकेट सीखने आए थे. उस समय कोच महेंद्र सिंह बेदी ने कहा कि इसे अगर ठीक से कोचिंग मिली तो बड़ा क्रिकेटर बनेगा."

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"वह जब 12 साल की रहा होगा तब उसे बुखार आया था डॉक्टर ने कुछ दिन आराम के लिए कहा, और मैंने भी मना किया. लेकिन वह चुपके से ग्राउंड में चला जाता था. इसी तरह जब अंडर 16 में उसका चयन हुआ तो पैर में चोट आने के बावजूद वह खेला था." - शत्रुघ्न तिवारी, पूर्व क्रिकेटर

राहुल चाहर को क्रिकेट का जुनून

शत्रुघ्न तिवारी बताते हैं,"राहुल लेग स्पिनर है, लेकिन उसकी खासियत है कि वह एक ओवर में छह गेंद को गुगली, फ्लिपर, स्टार्टर, लेग स्पिन, स्ट्रेट और सिंपल तरीके की गेंद डालता है. लोहागढ़ स्टेडियम में 16 साल पहले राहुल चाहर ने पहली बार अंडर 14 टीम के लिए ट्रायल में भाग लिया था, जिसमें प्रैक्टिस मैच में ही उसने पांच विकेट लेकर सबको चौंका दिया था."

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कोच बताते हैं कि राहुल में जीतने की जिद है और खेल उसके लिए सबसे पहले है. वह बताते हैं,"वह रात में नहीं दिन में सपने देखता है और उसे मैदान में पूरे करने की कोशिश करता है. वह जब 12 साल की रहा होगा तब उसे बुखार आया था डॉक्टर ने कुछ दिन आराम के लिए कहा, और मैंने भी मना किया. लेकिन वह चुपके से ग्राउंड में चला जाता था. इसी तरह जब अंडर 16 में उसका चयन हुआ तो पैर में चोट आने के बावजूद वह खेला था."

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बाद में राहुल आगरा चले गए क्योंकि वहां राहुल के ताऊ और दीपक चाहर के पिता लोकेंद्र चाहर क्रिकेट एकेडमी चलाते हैं. सेना में रह चुके लोकेंद्र चाहर को क्रिकेट में खासा लगाव है. उन्होंने ही राहुल को ट्रेनिंग दी और क्रिकेट के सभी गुर सिखाए. राहुल के क्रिकेट की वजह से उनके पिता भी आगरा शिफ्ट हो गए.

अपने माता-पिता के साथ राहुल चाहर

16 साल की उम्र में रणजी में शुरुआत

राहुल चाहर ने वर्ष 2016 में 16 साल की उम्र में राजस्थान की ओर से अपना पहला रणजी मैच खेला. यह मैच ओडिशा के खिलाफ था. राहुल चाहर ने 2018-19 के विजय हजारे ट्रॉफी में राजस्थान के लिए 9 मैच खेले और इसमें 20 विकेट लेकर टूर्नामेंट के अग्रणी गेंदबाज रहे.

भारतीय टीम में मौका

राहुल चाहर ने वर्ष 2021 में श्रीलंका के खिलाफ पहला और एकमात्र वन डे मैच खेला था. कोलंबो में हुए मैच में चाहर ने टीम में सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए थे. उन्होंने मैच में 13 रन भी बनाए थे. हालांकि भारत ये मैच हार गया था.

वर्ष 2019 में राहुल चाहर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टी-20 मैच खेला था. इसमें उन्होंने एक विकेट लिया. वर्ष 2021 में उन्होंने भारतीय टीम की ओर से नामीबिया के विरुद्ध अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था.

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