सरकारी दफ्तरों की बत्ती होगी गुल, बिजली विभाग ने बकाया वसूली के लिए दी चेतावनी

मार्च का महीना है और टोंक जिले में बिजली विभाग इन दिनों अपने करोड़ो रुपयों की वसूली में जुटा है. लेकिन मुश्किल यह है कि बकायादारों में सरकारी विभाग भी शामिल हैं. बिजली विभाग घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली के बिल जमा होने में जरा सी देरी होने पर ही कनेक्शन काट देता है, तो फिर सरकारी महकमों पर यह मेहरबानी आखिर क्यों?

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विद्युत वितरण निगम लिमिटेड टोंक के ऑफिस की तस्वीर

Rajasthan News: टोंक जिले में बिजली विभाग इन दिनों आम उपभोक्ताओं के साथ ही सरकारी विभागों पर अपनी बकाया राशि की वसुली में जुटा है. लेकिन समस्या यह है कि जिले में 412 सरकारी विभागों के कार्यालयों पर 37 करोड़ से ज्यादा का भुगतान बकाया चल रहा है. जिसमें जिले की नगर परिषद और नगर पालिकाओं पर लगभग 26 करोड़ की राशि बकाया चल रही है, जलदाय विभाग पर 11 करोड़ से ज्यादा बकाया चल रहा है. वहीं जयपुर अजमेर ओर टोंक सहित बीसलपुर बांध परियोजना पर भी उसके 9 करोड़ से भी ज्यादा राशि बकाया चल रहे हैं. 

उस सूरत में अगर बिजली विभाग बकाया राशि जमा नहीं होने पर बिजली के कनेक्शन काटने की प्रक्रिया शुरू करता है, तो टोंक जिला मुख्यालय सहित उपखण्ड स्तर पर शहर और कस्बे अंधेरे में डूब जाएंगे. वहीं जलदाय विभाग की बिजली काटे जाने पर पेयजल का संकट भी गहरा सकता है. मार्च का महीना है और वसुली भी की जानी है. देखना यह होगा कि बिजली विभाग आने वाले समय मे किस तरह की सख्ती दिखाता है.

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जयपुर विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता युवराज आसीवाल के अनुसार बकाया राशि के लिये सरकारी विभागों को नोटिस जारी कर दिए है. अगर बकाया राशि सरकारी विभागों द्वारा जमा नहीं कराई जाती है तो बिजली के कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी.

जलदाय मंत्री के विभाग पर 11 करोड़ बकाया

मालपुरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक और राजस्थान सरकार में जलदाय विभाग के कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के विभाग के अधिकारियों ने काफी समय से बिजली का बिल जमा नहीं करवाया. जिसके चलते 11 करोड़ की राशि का बिल उनके विभाग का बकाया है. यही नहीं उनके क्षेत्र के सरकारी विभागों ने भी बिजली के बिलों का बकाया भुगतान जमा नहीं करवाया. अब बिजली विभाग उनके क्षेत्र के विभागों के कनेक्शन काटने की तैयारी में हैं. मालपुरा के जलदाय विभाग में मालपुरा, टोडारायसिंह और डिग्गी में कुल 1 करोड़ 78 लाख 67 हजार की बिजली बिलों की राशि बकाया हैं. वहीं नगर पालिका टोडारायसिंह और नगर पालिका मालपुरा की कुल 6 करोड़ 33 लाख का बिल बकाया हैं.

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बीसलपुर परियोजना का बकाया

टोंक अजमेर व जयपुर जिले की लाइफ लाइन कहे जाने वाले बीसलपुर बांध पेयजल परियोजना का भी 9 करोड़ 16 लाख की राशि का बिल बकाया चल रहा हैं. बिल की बकाया राशि का भुगतान नहीं करने पर बिजली विभाग कभी भी कनेक्शन काट सकता है. जिससे अजमेर, जयपुर और टोंक की पेयजल आपूर्ति भी बाधित हो सकती है.

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सबसे ज्यादा बकाया

बिजली विभाग के टोंक नगर परिषद सहित जिले की निकायों में 26 करोड़ से अधिक की राशि बकाया चल रही है. जिनमें नगर परिषद टोंक की रोड लाइट के 17 करोड़ 37 लाख, नगर पालिका उनियारा के 17 लाख 25 हजार, नगर पालिका निवाई के 1 करोड़ 18 लाख, नगर पालिका मालपुरा के 4 करोड 70 लाख, नगर पालिका देवली के 98 लाख तथा नगर पालिका टोडारायङ्क्षसह के 1 करोड़ 63 लाख की राशि के बिल बकाया है. टोंक जिले के चिकित्सा विभाग के 6 लाख 88 हजार रुपए, शिक्षा विभाग के 4 लाख 19 हजार रुपए, ग्राम पंचायतों के 13 लाख 92 हजार के बिलों की राशि बकाया है.

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