बीकानेर (Bikaner) नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइंस के अधीक्षक डॉ. एस. सी. मेहता के अनुसार, ‘ये एम्ब्रायो ट्रांसफर टेक्निक का हमने इस बार प्रयोग किया और सफलता पूर्वक प्रयोग करते हुए यहां जांसकारी घोड़ी से हमने एम्ब्रायो ट्रांसप्लांट के जरिए बच्चा प्राप्त किया है. राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, पूरे भारत में अश्वों के प्रजनन पर और अश्वों की बाकी सब चीजों पर काम करता है. इस ऑर्गनाइजेशन ने अश्वों में भ्रूण प्रत्यर्पण फिर चाहे वो मारवाड़ी घोड़े में हो, चाहे वो फ्रोजन सीमन से हो या इस बार जो जांसकारी घोड़ी में किया हो वो पहली बार किया है.’