Ajmer Dargah: अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की ऐतिहासिक दरगाह परिसर को लेकर चल रहे विवाद में आज (31 मई) न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-2 की अदालत में सुनवाई हुई. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता द्वारा दायर याचिका में दावा किया गया है कि दरगाह परिसर में पहले संकट मोचन शिव मंदिर स्थित था. इस याचिका में तीन आधारों पर मंदिर होने का दावा किया गया है. दरवाजों की बनावट व नक्काशी, जो मंदिरों जैसी है, ऊपरी संरचना में मंदिर जैसे अवशेष दिखना और परिसर में जल-स्रोत व झरनों की मौजूदगी, जो प्राचीन शिव मंदिरों की विशेषता मानी जाती है.