Khejri Tree: राजस्थान का राज्य वृक्ष खेजड़ी सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और औषधीय महत्व से काफी अहम है. खेजड़ी पेड़ राजस्थान के थार रेगिस्तान के जिलों और शेखावाटी क्षेत्र में सबसे ज़्यादा पाया जाता है. थार के मरुस्थल में खड़ा खेजड़ी (Khejri) वृक्ष यहां के लोगों के सुख-दुख का सच्चा साथी कहा जाता है. इसे बचाने के लिए 12 सितंबर, 1730 में आंदोलन भी हुआ था. इस आंदोलन में अमृता देवी के नेतृत्व में 363 बिश्नोई महिला-पुरुषों और बच्चों ने पेड़ों को बचाने के लिए अपना बलिदान दिया था. इस घटना को खेजड़ली नरसंहार के नाम से भी जाना जाता है. यह आंदोलन राजस्थान के जोधपुर जिले के खेजड़ली गांव में हुआ था.