Rajasthan Assembly Elction 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को 5.26 करोड़ मतदाताओं (Voters) में से करीब साढ़े 75 फीसदी वोटर्स ने 1,862 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम (EVM) में बंद कर दी. चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) की ओर से ईआरसीपी, सामाजिक सुरक्षा, विकास, भ्रष्टाचार और अपराध जैसे मुद्दे गूंजते रहे. दोनों ही पार्टियां ने इन मुद्दों पर रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग के दावे किए लेकिन मतदान के फाइनल आंकड़े को देखें तो मतदान का रिकॉर्ड तो टूटा लेकिन इन मुद्दों पर नहीं बल्कि ध्रुवीकरण पर. आपको ये जानना चाहिए कि राजस्थान में जहां-जहां सांप्रदायिक तनाव और ध्रुवीकरण की छाया रहती है, वहां-वहां वोटिंग में उछाल देखने को मिला है
भले चुनावी रैलियों में फ्रंट रनर पार्टियों के बड़े-बड़े नेता प्यास और विकास की बातें करते रहे हों. वोटिंग के फाइनल आंकड़ों को देखें तो राजस्थान में करीब एक दर्जन सीटों पर पांच फीसदी तक मतदान में उछाल आया और ये वो सीटें हैं, जहां मुस्लिम वोटर (Muslim Voters) की बहुलता है. यानी बड़े-बड़े चुनावी मुद्दों के इतर ध्रुवीकरण मतदाताओं को खींचन में सबसे ज्यादा कामयाब रहा है. तो तीन दिसंबर को क्या नतीजों में दिखेगा ध्रुवीकरण का रंग, इसी पर देखिए चुनावी चर्चा.