Rajasthan News: हाल ही में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद देश भर में मंदिरों के प्रसादों की गुणवत्ता की जांच होनी शुरू हो गई. वहीं राजस्थान में भी इसका असर दिखा और प्रदेश के बड़े मंदिरों के प्रसाद की गुणवत्ता चेक करने के लिए अभियान शुरू किया गया. राजस्थान में प्रसाद की गुणवत्ता के लिए 'भोग सर्टिफिकेट' दिया जाता है. जिसमें मात्र मोती डूंगरी मंदिर को भोग सर्टिफिकेट प्राप्त था. हालांकि 54 मंदिरों ने भोग सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया है.