Casteism in India: देश को आजाद हुए 70 साल से अधिक हो गए लेकिन आज भी दलित समाज (Dalit Samaj) को बराबरी का नहीं समझा जाता है. उनको हमेशा छोटा ही समझा जाता है. इसका जीता-जागता उदाहरण झालावाड़ (Jhalawar) जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर गाव निमोदा में देखने को मिला. जहां दलित दूल्हे परमेश्वर मेघवाल ने अपनी निकासी के लिए DJ क्या बुक किया कि गांव के दबंगों ने उसे निकासी नहीं निकलने की धमकी दे डाली. दूल्हे की निकासी यानि की डोल-बाजे के साथ बारात का निकलना. आज शाम उसकी निकासी निकलनी है लेकिन गांव के दबंगों ने इसके निकासी निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया और परिवार को धमकी दे डाली.