Rajasthan Rain: वह भी एक दौर था और यह भी एक दौर है. भले ही वक्त बदल गया हो, आधुनिकता का समय आ गया हो, सड़कें बन गईं, पुल बन गए, लेकिन इलाके के लोगों के रीति रिवाज अभी भी नहीं बदले हैं. जब भी लूणी नदी (Luni River) में पानी आता है तो लोग उसकी पूजा करने से भी नहीं चूकते. अजमेर की नाग पहाड़ियों (Ajmer Nag Pahad) से शुरू होकर पाली जालौर (Jalore) होते हुए कच्छ रण (Rann of Kutch) में जाने वाली लूणी नदी जब बहती है, तो लोग उसका स्वागत करते हैं.