Chaurasi By election: राजस्थान उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही भारत आदिवासी पार्टी (BAP) भी विधानसभा में अपनी ताकत बढ़ाने में जुट गई है. दो विधायक वाली यह पार्टी चौरासी (Chaurasi) पर फिर से जीत के इरादे के साथ सलूंबर सीट पर भी कब्जा करना चाहेगी. लेकिन चुनाव से पहले बीएपी को भीतरघात का सामना करना पड़ रहा है. सांसद राजकुमार रोत (Rajkumar Roat) जिस चौरासी सीट से 2 बार विधायक रहे, उसी सीट पर अब पार्टी को बगावत झेलनी पड़ रही है. बीते दिनों यहां राजकुमार रोत के करीबी रहे पोपट खोखरिया ने नाराजगी जाहिर की थी. हालांकि खोखरिया तो मान गए, लेकिन चिखली से BAP प्रधान शर्मिला ताबियाड़ के पति बदामीलाल ताबियाड़ ने निर्दलीय नामांकन भरकर बीएपी के लिए परेशानी पैदा कर दी. जिसके बाद उन्हें पार्टी ने निष्कासित कर दिया है.
संगठन को नहीं लगी भनक, इधर ताबियाड़ ने चौंकाया
बीएपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने देर रात को निष्कासन के आदेश जारी किए है. चौरासी विधानसभा उप चुनावों को लेकर भारत आदिवासी पार्टी की ओर अनिल कटारा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किए गया है. इसके बाद जब ताबियाड़ ने नामांकन दाखिल किया तो हर कोई चौंक गया. क्योंकि इसकी भनक संगठन के किसी भी पदाधिकारी को नहीं थी. जिसके बाद पार्टी में बगावत पर बीएपी ने एक्शन लिया है.
निष्कासन पत्र में कही गई थी यह बात
मोहनलाल रोत की ओर से जारी निष्कासन पत्र में कहा गया है कि पार्टी के अनुशासन नियमावली, जनप्रतिनिधि सलेक्शन प्रणाली और सामाजिक व्यवस्था की अवहेलना की गई है. समाज विरोधी कृत्य करने वाले लोगों के बहकावे में आकर भारत आदिवासी पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के क्षेत्र में भ्रम फैलाने की कोशिश की है.
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