शिक्षा विभाग प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने व कुपोषण से मुक्ति के लिए MID DAY MEAL (दोपहर में दिए जाने वाले पोषाहार) को और अधिक स्वादिष्ट बनाने की कवायद शुरू कर रही है. इसके तहत विद्यालयों में पोषाहार बनाने वाले कुक कम हेल्पर्स को होटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट जयपुर द्वारा दिया जाएगा.
यह पहल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन पूरे स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया जा रहा है. इसको अमलीजामा पहनाने के लिए प्रदेश से चयनित कुक कम हेल्पर को होटल मैनेजमेंट के गुरु सिखाए जाएंगे. इस संबंध में आयुक्त चित्रा गुप्ता ने प्रदेश के सभी प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
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गौरतलब है मिड डे मील योजना के तहत राजकीय विद्यालय में मिड डे मील पकाने का कार्य को कम हेल्पर द्वारा किया जाता है. इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्यरत कुक कम हेल्पर को भोजन बनाने या पकाने की प्रक्रिया, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता, खाद्यान्न के रखरखाव, पोषक तत्वों से युक्त भोजन तैयार करने संबंधी प्रशिक्षण दिए जाने के लिए की जा रही है.
यह प्रशिक्षण दो पारियों में आयोजित होगा, जिसमें प्रदेश के हर ब्लॉक से पांच- पांच कुक हेल्पर को चयनित किया जाएगा. इस कवायद में कुल 1800 कुक कम हेल्पर को पहले चरण में प्रशिक्षित किया जाएगा, जो बाद में अपने-अपने जिलों में जाकर विभाग के निर्देशानुसार अन्य हेल्पर को प्रशिक्षण देंगे.
प्रदेश में 67,016 स्कूलों में पोषाहार का भजन बच्चों को खिलाया जा रहा है
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में करीब 1 लाख से अधिक कुक कम हेल्पर कार्यरत हैं
प्रत्येक हेल्पर को 2000 रुपए प्रतिमा मानदेय दिया जाता है
योजना के तहत 98,7028 बच्चों को नियमित रूप से पोषाहार दिया जाता है