Subrata Roy Death: सहारा इंडिया के प्रमोटर सुब्रत रॉय का मंगलवार देर रात मुंबई में निधन हो गया. वो बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. सुब्रत राय के निधन के बाद सहारा इंडिया में पैसा लगाने वाले निवेशकों को यह चिंता हो रही है अब उनके पैसों का क्या होगा? मालूम हो कि कुछ माह पहले ही गृह मंत्री अमित शाह ने एक पोर्टल लॉन्च करते हुए सहारा इंडिया में फंसे पैसों की रिकवरी का रास्ता खोला था. लेकिन यह प्रोसेस अभी कुछ ही दिन चला कि सुब्रत रॉय का निधन हो गया. अब सुब्रत रॉय के निधन के बाद निवेशकों की धनराशि का क्या होगा, आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में.
सहारा समूह के निवेशकों को धन वापसी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 2011 में सहारा समूह की दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एसआईआरईएल) और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एसएचआईसीएल) को वैकल्पिक रूप से पूर्ण परिवर्तनीय बांड (ओएफसीडी) के रूप में पहचाने जाने वाले कुछ बांडों के जरिए करीब तीन करोड़ निवेशकों से जुटाए गए धन को वापस करने का आदेश दिया था.
नियामक ने आदेश में कहा था कि दोनों कंपनियों ने उसके नियमों और विनियमों का उल्लंघन करके धन जुटाया था. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उच्चतम न्यायालय ने 31 अगस्त 2012 को सेबी के निर्देशों को बरकरार रखा और दोनों कंपनियों को निवेशकों से एकत्र धन 15 प्रतिशत ब्याज के साथ वापस करने को कहा था.
इसके बाद सहारा को निवेशकों को धन लौटाने के लिए SEBI के पास अनुमानित 24,000 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया. हालांकि समूह लगातार यह कहता रहा कि उसने पहले ही 95 प्रतिशत से अधिक निवेशकों को प्रत्यक्ष रूप से भुगतान कर दिया है.