
Rajasthan: झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के खुरी चौराहे पर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां नकली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को दुर्घटना नियंत्रण शिविर के नाम पर 2-2 सौ रुपए की रसीदें थमा दी गई. कई लोग इस ठगी का शिकार हुए हैं, लेकिन मामले में खास बात यह है कि नकली पुलिस वसूली करती रही और असली पुलिस को हवा तक नहीं लगी. एक कार ड्राइव ने थाने पहुंचकर शिकायत की तो मामले का खुलासा हुआ.
200 रुपए की रसीद काटी
कार चालक का 200 रुपए की रसीद काटी तो रसीद देखकर उसे शक हुआ. वह मनोहर थाना पहुंचा. उसने बताया कि खुरी चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की वर्दी में दो लोग 200 की रसीद काट दी. पुलिस ने रसीद देखकर फर्जी बताया. वाहन चालक ललित ने बताया कि वह गाड़ी लेकर अकलेरा जा रहा था. रास्ते में खुरी चौराहे से कुछ आगे सोमवार शाम 5 बजे के लगभग एक व्यक्ति पुलिस की ड्रेस में और तीन व्यक्ति सादे कपड़ों में खड़े थे.
दुर्घटना नियंत्रण शिविर के दो पंपलेट गाड़ी में लगाए
उन्होंने गाड़ी रोक कर वाहन दुर्घटना नियंत्रण शिविर के दो पंपलेट गाड़ी में लगाए और एक रसीद भी दी, उसमें उन्होंने ना तो गाड़ी नंबर लिखें ना ही चालक का नाम लिखा. किसी प्रकार की जानकारी भी नहीं दी गई. वाहन चालक ने बताया कि घटना 22 तारीख की है. 22 तारीख को उनके साथ वहां से निकलने वाली लगभग सभी गाड़ियों की 200-200 रुपए की रसीद काटी जा रही थी.
इसके बाद अन्य गाड़ी वालों से जानकारी की तो उन्होंने बताया कि इस तरह की रसीद कई दिनों से काटी जा रही है. रसीद पर भारत सरकार सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय और यातायात निदेशालय अनुसार जनहित में जारी लिखा हुआ है.
पुलिस ने कोई रसीद नहीं काटी
डिप्टी एसपी कैलाश चंद ने बताया कि मामला जानकारी में आया है. पुलिस द्वारा इस प्रकार की कोई रसीद नहीं काटी गई है. ऐसे में मामले में पुलिस द्वारा जांच करवाई जा रही है. पता लगाया जा रहा है कि कौन लोग थे, जिनके द्वारा इस प्रकार से अवैध वसूली की गई. पुलिस की ड्रेस पहने हुए व्यक्ति की भी मौके पर मौजूद होने की जानकारी मिली है, उसकी भी जांच करवाई जा रही है.
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