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This Article is From Jul 21, 2023

चूरू के कॉलेजों में प्रोफेसर-प्रिंसिपल के बिना कैसे होगी पढ़ाई? 336 में से 173 पद खाली

चूरू के 17 राजकीय कॉलेजों में प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसर के स्वीकृत 336 पदों में से 173 पद खाली पड़े हैं. वहीं सबसे हैरानी की बात यह है कि सभी 17 कॉलेजों में प्राचार्य के पद खाली हैं. ऐसे में छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होना तय है.

चूरू के कॉलेजों में प्रोफेसर-प्रिंसिपल के बिना कैसे होगी पढ़ाई? 336 में से 173 पद खाली
चूरू: राजस्थान के चूरू में एक अगस्त से कॉलेजों में छात्रों की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी, ऐसे में वर्तमान में कॉलेजों के अंदर दाखिला लेने वाले छात्रों की चहल कदमी देखी जा रही है, लेकिन जिले के 17 राजकीय महाविद्यालयों में प्रवेश से ज्यादा चुनौती पढ़ाई की है. इन कॉलेजों में प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसर के स्वीकृत 336 पदों में से 173 पद खाली पड़े हैं. ऐसे में छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होना तय है. वहीं इसमें सबसे हैरानी की बात यह है कि सभी 17 कॉलेजों में प्राचार्य के पद खाली हैं. राज्य सरकार ने पिछले 3 साल में जिले में 6 नए कॉलेज खोले हैं, लेकिन खाली पदों को भरने का काम नहीं किया. ऐसे में इन कॉलेजों में प्रोफेसरों के अभाव में शिक्षण व्यवस्था चरमरा सकती है. 

वहीं जिले के सबसे बड़े चूरू के राजकीय लोहिया कॉलेज की बात करें तो इसमें कई वर्षों से कई पद रिक्त चल रहे हैं. कॉलेज में 7700 से ज्यादा छात्र-छात्राओं का नामांकन है, प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर के स्वीकृत 91 पदों में से 33 पद खाली हैं. प्राचार्य का पद कई सालों से खाली है, कार्यवाहक प्राचार्य से काम चलाया जा रहा है. पुस्तकालयाध्यक्ष और पीटीआई के स्वीकृत एक-एक पद भी खाली हैं. 

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सुजानगढ़ तहसील के राजकीय सुजला कॉलेज में सिर्फ 16 प्रोफेसर, एसोसिएट, असिस्टेंट प्रोफेसर के भरोसे कॉलेज चल रहा है. स्वीकृत 46 पदों में से 30 पद खाली हैं. कॉलेज में 3100 स्टूडेंट हैं. जिले की रतनगढ़ तहसील के राजकीय जालान कॉलेज में 1900 विद्यार्थी हैं. कॉलेज में 21 पद स्वीकृत हैं जिसमें 8 पद खाली हैं. यहां वर्ष 2018 से कार्यवाह प्राचार्य से काम चलाया जा रहा है. राजकीय गर्ल्स कॉलेज में स्वीकृत 15 पदों में से 10 पद खाली हैं. जुलाई 2017 से कार्यवाहक प्राचार्य के भरोसे यह महाविद्यालय चल रहा है. 

सरदारशहर तहसील के एसबीडी राजकीय पीजी कॉलेज में 30 में से 12 पद खाली हैं, जिसमें भूगोल विषय का पद 2008 से ही रिक्त चल रहा है. राजकीय महिला कॉलेज में 3 पद सविदा से लगा रखे हैं. प्राचार्य पद की जिम्मेदारी कार्यवाहक प्राचार्य को दी हुई है. तारानगर तहसील के राजकीय महिला कॉलेज में कला, विज्ञान संकाय संचालित है. कुल 12 पद में से चार खाली हैं. प्राचार्य का पद खाली है. राजकीय मां जालपा देवी कॉलेज में स्वीकृत 23 पदों में से 11 पद खाली हैं. प्राचार्य का पद भी खाली है. 

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जिले के कॉलेजों में पर्याप्त स्टाफ नहीं होने के चलते इन महाविद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था आने वाले समय में गड़बड़ा सकती है. ऐसे में यहां पर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का शिक्षण कार्य में नुकसान होना तय माना जा रहा है. वहीं जिले के छात्र संगठन कॉलेज में लेक्चरर लगाने की मांग कर रहे हैं, ताकि यहां पर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का शिक्षण कार्य बाधित ना हो. बिना प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसर के अधिकांश क्लासेज़ छात्र-छात्राओं के खाली चले जाते हैं जिसके चलते छात्र-छात्राओं में भी आक्रोश है.

 

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