Rajasthan News: राजस्थान में चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा में अवैध संबंधों के चलते एक आरयूडीआईपी इंजीनियर की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है. पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी इंडियन बैंक के कैशियर को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने मृतक की पत्नी के साथ मिलकर हत्या की और लाश को कुएं में फेंककर सबूत मिटाने की कोशिश की थी.
इंजीनियर का गायब होना बना रहस्य
जानकारी के अनुसार, आसींद थाना क्षेत्र के दातडा बांध गांव निवासी 32 वर्षीय मोतीलाल मेघवंशी अपनी पत्नी सोनिया के साथ निम्बाहेड़ा में किराए के मकान में रहते थे. मोतीलाल आरयूडीआईपी कंपनी में इंजीनियर थे.
14 मई की रात 8:30 बजे सोनिया ने ससुर लादूलाल को फोन कर बताया कि मोतीलाल फोन नहीं उठा रहे. लादूलाल ने भी बेटे से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे. परिजन निम्बाहेड़ा पहुंचे और पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की.
कुएं में लाश ने उजागर किया राज
अगली सुबह परिजनों ने एक कुएं के पास खून के निशान देखे. कुएं में लाल टी-शर्ट पहने मोतीलाल की लाश मिली. सिर पर गहरा घाव, पीठ पर चोटें और कोहनी पर कट के निशान थे. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
पुलिस की तेज कार्रवाई
चित्तौड़गढ़ एसपी सुधीर जोशी के निर्देश पर एएसपी सरिता सिंह और डीएसपी बद्रीलाल राव की देखरेख में विशेष टीम बनी. पुलिस ने सीसीटीवी, कॉल डिटेल और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर करौली निवासी 32 वर्षीय बैंक कैशियर वीरसिंह मीणा को हिरासत में लिया. पूछताछ में उसने हत्या का जुर्म कबूल किया.
प्रेमी और पत्नी की खौफनाक साजिश
वीरसिंह का सोनिया के साथ अवैध संबंध था. मोतीलाल को रास्ते से हटाने के लिए दोनों ने साजिश रची. 14 मई की रात 8:00 बजे वीरसिंह और सोनिया उसे निम्बाहेड़ा के न्यू हाउसिंग बोर्ड के सुनसान खेत में ले गए.
वहां वीरसिंह ने लोहे के मुसल से मोतीलाल के सिर पर वार कर हत्या कर दी. लाश को कुएं में फेंका और मोबाइल व चप्पल भी डाल दिए. सबूत छिपाने के लिए सोनिया ने परिजनों को गुमराह किया और गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने वीरसिंह को गिरफ्तार कर लिया और सोनिया से पूछताछ जारी है.
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