
Jodhpur girl suicide case: जोधपुर के माता का थान थाने के बाहर शुक्रवार (3 मई) को घेराव किया गया. युवती के आत्महत्या के मामले में महिला के परिजन और समाज के लोग एकत्रित हो गए. पुलिस से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने पुलिस से आत्महत्या के मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की. आरोप लगाया कि पूर्व में मारपीट की घटना के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. मृतका के परिजनों की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके परिवार के सदस्यों को आरोपियों की ओर से जान से मारने की धमकी दी जा रही थी.
"स्थानीय व्यक्ति के माध्यम से बनाया गया दबाव"
परिजनों ने रिपोर्ट दी है, "पहले भी एक व्यक्त्ति और उसके बेटे ने मिलकर युवती के साथ मारपीट की और गाली-गलौज भी की. इसको लेकर रिपोर्ट दी तो पुलिस ने मामला ही दर्ज नहीं किया. स्थानीय व्यक्ति के माध्यम से समझौता करने का दबाव बनाया."
परिजनों का आरोप- आरोपियों ने पुलिस के नाम पर डराया
मृतका के भाई ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने पुलिस के नाम पर उनके परिवार को डराया. इसके चलते उनकी बहन ने दुखी और परेशान होकर 2 मई को दोपहर 12:30 बजे आत्महत्या कर ली. मृतका ने सुसाइड नोट में भी इसको लेकर बातें लिखी.
रात से धरने पर बैठे लोग
आरोप है कि लड़की के सुसाइड करने के बाद आरोपी तीन चार गाड़ी में आए और उसे और उसके परिवार को डराने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से घर के सामने पटाखे भी फोड़े. मृतका के भाई ने मांग है कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. इसे लेकर शुक्रवार रात से लोग धरना दे रहे हैं.
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