
Rajasthan News: अजमेर के क्लॉक टावर थाने में गुरुवार दोपहर दिल्ली की एक महिला ने नाज होटल के मालिक और मैनेजिंग स्टाफ के खिलाफ FIR दर्ज करवाते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. ये वही होटल है जिसमें 1 मई की सुबह करीब 8 बजे शॉर्ट सर्किट की वजह से भीषण आग लग गई थी. इस घटना में 4 जायरीनों की मौत हो गई थी. मृतकों में शिकायत दर्ज करवाने वाली 37 वर्षीय महिला रेहाना के पिता भी शामिल थे.
'कमरे का दरवाजा नहीं खुला'
एफआईआर में रेहाना ने बताया, 'गुरुवार सुबह 3:30 बजे मैं अपने पति और डेढ़ साले के बेटे के साथ अजमेर जियारत के लिए आई थी. हम लोग डिग्गी चौक के पास स्थित होटल नाज की चौथी मंजिल पर स्थित कमरा नंबर 203 में रुके थे. होटल में जब हम अंदर घुसे तब जगह-जगह लाइट के तार लटक रहे थे. फायर इक्विपमेंट भी वहां नहीं लगे थे. कमरे में जाकर हम सभी हो गए. सुबह करीब बजे हमें काफी शोर सुनाई दिया. कमरे में धुआं आने लगा, जिसकी वजह से सभी की नींद खुल गई. हमने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं खुला. कुछ ही देर में पूरे कमरे में धुआं ही धुआं हो गया.'
खिड़की से कूदने पर पति की मौत
महिला ने आगे बताया, 'इसके बाद मेरे पति ने खिड़की पर लगे कांच को तोड़ दिया. सबसे पहले बिस्तर और चादरें नीचे फेंकी. चिल्लाकर मदद मांगी, ताकि नीचे खड़े लोग उस बिस्तर को पकड़ ले और वे उसमें कूद जाएं. हमने अपने बेटे को बचाने के लिए उसे बिस्तर में लपेटा और नीचे गिरा दिया. लेकिन उसके सिर में गंभीर चोट आ गई. इसके बाद पति भी खुद को बचाने के लिए कूदा. मगर वो तारों में उलझकर सिर के बल नीचे गिरा, जिसकी वजह से मौके पर ही उसकी मौत हो गई.'
होटल बंद करके भागने का आरोप
महिला ने आरोप लगाया, 'जब कमरे में धुएं से हमारा दम घुट रहा था तो हमने होटल नाज के कर्मचारियों से चिल्ला-चिल्लाकर मदद मांगी थी. लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया. बल्की होटल को बाहर से बंद करके वो भाग गए.'
'होटल नाज की इमारत अवैध है'
अजमेर नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन ने बताया, 'होटल नाज की इमारत अवैध है. निगम समय-समय पर अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करता है. लेकिन, यह कार्रवाई नोटिस जारी करने तक ही सीमित रहती है. यह तभी रुकेगी जब संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए. इस होटल तक एंबुलेंस और दमकल गाड़ियां पहुंच सकती हैं, लेकिन कई तरह के अवैध निर्माणों की वजह से वे नहीं जा पातीं. मैंने महापौर को इस बारे में अवगत करा दिया है.'
'फायर एनओसी भी नहीं थी'
इस होटल के पास फायर एनओसी भी नहीं है. मुख्य अग्निशमन अधिकारी जगदीश प्रसाद ने बताया कि पिछले वर्ष होटल प्रशासन को अग्निशमन उपकरण लगाने तथा नियमों का पालन करने के लिए नोटिस जारी किए गए थे. लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया.
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