
Mother Killed her son: आबापुरा थाना पुलिस ने 21 महीने के बेटे की हत्या करने वाली मां आशा कुमारी उर्फ आशा पारगी (23) को 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया. उसने नातरा विवाह के लिए बेटे को रास्ते का रोड़ा मानकर उसका गला दबाकर जान ले ली. शुक्रवार (4 अप्रैल) को दिलीप पारगी ने पुलिस में रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक, उसने 3 साल पहले आशा से नातरा विवाह किया था. उसके करीब 2 साल के बेटे आयुष की गुरुवार रात हत्या हो गई. आशा डेढ़ महीने से बेटे के साथ अपने मायके में थी. उस रात परिजन एक भोज में गए थे, तब उसने हत्या की और फरार हो गई.
कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा
मुकदमा दर्ज कर थानाधिकारी जीवतराम मीणा ने जांच शुरू की. एसपी एसपी हर्षवर्धन अगरवाला के निर्देश पर एएसपी राजेश भारद्वाज और सीओ गोपी चंद मीणा की निगरानी में टीम बनी. तकनीकी सहायता और मुखबिरी से 24 घंटे में आशा को पकड़ा गया. उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
बच्चे का गला दबाकर की हत्या
पूछताछ में आशा ने कबूला कि उसने करीब तीन साल पहले दिलीप से नातरा विवाह किया था. दिलीप के साथ उसका लड़का आयुष भी रहता था. लेकिन आरोपी महिला दिलीप के साथ नहीं रहना चाहती थी और कहीं ओर नातरा विवाह करना चाहती थी. मगर लड़का होने की वजह से अन्य जगह नातरा विवाह करने में समस्या आ रही थी. बेटे की वजह से वह परेशान थी. इसलिए उसने बेटे आयुष का मुंह, नाक और गला दबाकर हत्या कर दी.
क्या है नाता प्रथा?
दरअसल, जनजातियों में प्रचलित इस नाता विवाह प्रथा में महिला को अपनी पसंद के मुताबिक पुरूष के साथ रहकर जीवन व्यतीत (लिव इन रिलेशनशिप) करने का अधिकार होता है. इसमें किसी तरह की औपचारिकता की जरूरत नहीं होती, दोनों पक्षों की महज सहमति काफी होती है. लेकिन अगर परिवार में बेटा है तो आमतौर पर नाता विवाह नहीं किया जाता है, क्योंकि यह सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से उचित नहीं माना जाता है.
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