Pali News: राजस्थान के पाली जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के रामलीला मैदान में अपने घर में सो रहे दम्पति की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई . पुलिस को मामले की जानकारी बड़े बेटे से मिली. पुलिस घटना की गुत्थी सुलझाने की पूरी कोशिश कर रही है. पुलिस ने बताया कि मामले की जानकारी मृत्तकों के बड़े बेटे से मिली.
मां के फोन न उठाने से बेटे को हुई आशंका
रविवार सुबह बड़े बेटे ने अपनी मां को फोन किया था जब उन्होंने फोन नहीं उठाया तो उसने रात को उनके साथ रुके अपने मामा को फोन किया लेकिन जब उन्होंने भी फोन नहीं उठाया तो दम्पति का बड़ा बेटा घर गया. उसने बाहर से दरवाजा खटखटाया और जब अंदर से दरवाजा नहीं खुला तो वह दीवार फांदकर घर में दाखिल हुआ. उसने जब माता-पिता के कमरे का कमरा खोला तो दोनों को अचेत अवस्था में देखकर उसके होश उड़ गए. उसने तुरंत पड़ोसियों को सूचना दी और उनकी मदद से तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने पति-पत्नी को मृत घोषित कर दिया. और मामा का इलाज जारी है.
कमरे में हुई दंपति की रहस्यमयी मौत
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि दोनों पत्नी पत्नी शहर के रामलीला मैदान क्षेत्र के शहीद नगर में रहते है. उनकी पहचना घेवरदास और उनकी पत्नी इंद्रादेवी के रूप में हुई है. पिछले शनिवार को इंद्रादेवी का भाई सुंदरदास उनसे मिलने आया था. इस दौरान दंपती ने अपने बेटे और बेटी को दूसरे मकान में सोने के लिए भेज दिया. दंपती प्रकाश के साथ बेटे के घर पर रुके. ठंड के कारण तीनों एक ही कमरे में अंगीठी जलाकर सो गए. सुबह बड़े बेटे प्रकाश दास ने फोन किया तो किसी ने फोन नहीं उठाया, जिसके बाद वह दीवार फांदकर घर में पहुंचा. उसने अपने मामा से घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि दोनों सो रहे होंगे. जिसके बाद पड़ोसियों की मदद से दोनों को बांगड़ अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि दंपत्ति कमरे में जलता हुआ अंगीठी जलाकर सोए थे. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद दोनों की मौत दम घुटने से हुई है. बड़े बेटे प्रकाश का कहना है कि उसके मामा भी उसी कमरे में मौजूद थे, लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ. कमरे में रखे अंगीठी पर जलने का कोई निशान नहीं था.
कमरे में रखे अंगीठी पर जलने का कोई निशान नहीं
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि दंपत्ति कमरे में जलता हुआ अंगीठी जलाकर सोए थे. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद दोनों की मौत दम घुटने से हुई है. बड़े बेटे प्रकाश का कहना है कि उसके मामा भी उसी कमरे में मौजूद थे, लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ. कमरे में रखे अंगीठी पर जलने का कोई निशान नहीं था.वही पुलिस ने बताया की कमरे की तलासी में टोने टोटका का सामान जैसे नीबूं, पानी का लोटा, अगरबत्ती, काली डोरी, मोली और परात में सिंदूर पड़ा मिला था. वही मृतका के रिश्ते लगने वाला भाई सुन्दरदास का कहना है कि टोकार का टोना करने के लिए बहन ने बुलाया था उसी का सामान मंगवाया था, रात में सामान को तैयार करके रखा था, लेकिन टोना किया नहीं था.
जांच में जुटी पुलिस
इस मामले में सिटी सीओ देरावर सिंह का कहना है कि प्रारंभिक जांच में अंदेशा है कि अंगीठी के धुएं से दम घुटने से मौत हुई है लेकिन पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा. सुंदरदास गांव में छोटा-मोटा टोना-टोटका करता है. उसी के सिलसिले में वह अपनी बहन के पास आया था, उसे कुछ परेशानी थी, सुबह वह टोना-टोटका करने वाला था और टोना-टोटका के सामान जंगल में फेंकने वाला था, अंधविश्वास के चलते वह वही करने वाला था जो गांव में आमतौर पर किया जाता है. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि मौत कैसे हुई.