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पैंथर और लेपर्ड के बारे में जानिए सबकुछ

राजस्थान में इन दिनों तेंदुओं की बड़ी चर्चा हो रही है. खास तौर पर उदयपुर जिले में तेंदुए के हमले में कई लोग मारे गए हैं. जानिए तेंदुओं के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.

  • राजस्थान में इन दिनों तेंदुओं की बड़ी चर्चा हो रही है. खास तौर पर उदयपुर जिले में तेंदुए के हमले में कई लोग मारे गए हैं. जानिए तेंदुओं के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
  • तेंदुआ या लेपर्ड शेर, बाघ, चीतों की ही प्रजाति के जानवर हैं. तेंदुए दुनिया के कई हिस्सों में पाए जाते हैं. भारत के अलावा चीन, रूस, अफ्रीका और मध्य एशिया के क्षेत्रों में तेंदुए पाए जाते हैं.
  • तेंदुए मुख्य तौर पर हल्के भूरे रंग के होते हैं. उनके शरीर पर काले चकत्ते होते हैं.
  • तेंदुए काले रंग के भी होते हैं लेकिन काला रंग होने की वजह से उनकी त्वचा पर बने काले चकत्ते आसानी से नज़र नहीं आते. काले तेंदुओं को पैंथर या ब्लैक पैंथर कहा जाता है.
  • तेंदुए काफी तेज़ गति से दौड़ सकते हैं. ये लगभग 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति तक दौड़ लगा सकते हैं और ये एक बार में 6 मीटर लंबी छलांग लगा सकते हैं.
  • तेंदुए ऊंची जगहों पर चढ़ सकते हैं. ये दिन में पेड़ों की शाखों पर आराम करना पसंद करते हैं.
  • तेंदुए रात्रि के प्राणी हैं और ये रात में शिकार करते हैं. दिन के समय तेंदुए पेड़ों या गुफाओं में छिप कर रहते हैं.
  • मादा तेंदुआ एक बार में दो से तीन तेंदुओं (शावकों) को जन्म देती है.
  • छोटे तेंदुए लगभग दो साल तक मां के साथ रहते हैं और जब वो खुद शिकार करना सीख लेते हैं तो उसके बाद वह अलग रहने लगते हैं.
  • तेंदुओं की उम्र सामान्य तौर पर लगभग 12-15 साल होती है. मगर चिड़ियाघर जैसी सुरक्षित जगहों पर तेंदुए 23 साल तक जी सकते हैं जहां उन्हें बिना शिकार किए भोजन मिल जाता है.