Kota: राजस्थान के कोटा शहर में 16 वर्षीय एक छात्र ने अपने नाना-नानी के घर पर कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह यहां पर रहकर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहा था. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि इससे 48 घंटे से भी कम समय पहले ओडिशा के एक अन्य छात्र ने अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली थी.
नाना-नानी के पास रहता था छात्र
पुलिस ने बताया कि राजस्थान के ही बूंदी जिले के इंद्रगढ़ कस्बे का रहने वाला 12वीं कक्षा का छात्र मनन जैन पिछले तीन साल से जेईई की तैयारी के लिए अपने नाना-नानी के पास रह रहा था. सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) जवाहर सिंह ने बताया कि पुलिस को शनिवार सुबह करीब सवा नौ बजे घटना की सूचना मिली और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ
अधिकारी ने बताया कि मनन शुक्रवार को आधी रात तक अपने ममेरे भाई के साथ पढ़ता रहा. अधिकारी ने बताया कि अगली सुबह जब आवाजा देने पर कोई मनन ने कोई उत्तर नहीं दिया तो उसके ममेरे भाई ने कमरे में झांका और उसे मनन कमरे की खिड़की की लोहे की रेलिंग से लटका दिखा. अधिकारी ने बताया कि कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है तथा आत्महत्या के पीछे का कारण अभी पता नहीं चल पाया है.
परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार
एएसआई ने बताया कि मनन के परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया, लेकिन शव को अपने कब्जे में लेने से पहले उसकी आंखें दान करने का फैसला किया. मनन के मामा महावीर जैन ने बताया कि मनन आईआईटी-जेईई की तैयारी के लिए पिछले तीन साल से कोटा में रह रहा था और वह एक मेधावी छात्र था तथा 22 जनवरी को जेईई-मेन परीक्षा देने वाला था.
इस बीच, अभिजीत गिरि (18) का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके परिवार को सौंप दिया गया. अभिजीत ने बृहस्पतिवार को फांसी लगा ली थी. पहले बताया गया था कि अभिजीत नीट की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसके बड़े भाई बिपिन गिरि ने पुष्टि की कि उनका भाई जेईई के लिए तैयारी कर रहा था.
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