CM Bhajan Lal Sharma: तीर्थराज प्रयागराज में 144 साल बाद आयोजित महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. आस्था की डुबकी लगाने के लिए देश-दुनिया से श्रद्धालुओं का संगम नगरी में आने का तांता लगा हुआ है. इसी क्रम में राजस्थान के सीएम भजनलाल भी प्रयागराज पहुंचे. संगम तट पर चल रहे महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए वह शनिवार को यूपी पहुंचे. सीएम ने रविवार को संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई. साथ ही त्रिवेणी संगम घाट पर मां गंगे की की आरती की . साथ ही भगवान महादेव का दूध एवं गंगा जल से जलाभिषेक किया. इसके बाद उन्होंने बड़े हनुमान जी के दर्शन भी किए.
इससे पहले कल यानी शनिवार (18 जनवरी) की देर रात उन्होंने राजस्थान पैवेलियन का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए पंडालों और प्रचार-प्रसार से जुड़ी आकर्षक फोटो और रोचक ऑडियो-विजुअल सामग्री के साथ ही श्रद्धालुओं के ठहरने की शानदार व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता जताई.
रविवार को संगम तट लगाएंगे आस्था की डुबकी
प्रयागराज पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने महाकुंभ में राजस्थान से आने वाले तीर्थयात्रियों को योगी सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा की. उन्होंने मरुस्थलवासियों के लिए बनाए गए राजस्थान मंडप में रात्रि विश्राम भी किया. इस दौरान उन्होंने मौजूद अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और स्वच्छता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने, मंडप में आधुनिक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करने और सभी व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए.इस दौरान राजस्थान के पूर्व संगठन महामंत्री और वर्तमान में तेलंगाना राज्य के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मौजूद रहे.
आज उत्तर प्रदेश प्रवास के दौरान तीर्थराज प्रयागराज में आस्था, एकता और समरसता के महासमागम महाकुम्भ 2025 में प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए निर्मित राजस्थान मंडप का अवलोकन किया।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) January 19, 2025
इस दौरान उपस्थित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा व्यवस्था एवं स्वच्छता के उच्चतम मानकों को… pic.twitter.com/LurrvnMUPK
40 करोड़ भक्तों के आने की है उम्मीद
2025 प्रयाग कुंभ मेला, जिसे 2025 महाकुंभ के नाम से भी जाना जाता है, महाकुंभ मेले का चल रहा संस्करण है, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक भारत के उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर आयोजित किया जा रहा है. यह विशेष महाकुंभ मेला 12वां कुंभ मेला है. यह मेला चक्रों के पूरा होने का प्रतीक है, जो इसे 144 साल में एक बार होने वाला आयोजन बनाता है. यह कई दिनों तक चलने वाला है और अनुमान है कि इसमें लगभग 400 मिलियन भक्तों के आने की उम्मीद है.