Ajmer News: बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर अजमेर जिले के नसीराबाद आरपीएफ पुलिस को 17 साल की एक नाबालिग लड़की मिलने का मामला सामने आया है. यह लड़की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर के हंडिया गांव की है. जो नसीराबाद रेलवे स्टेशन पर RPF को मिली. नाबालिग की मैडिकल जांच को लेकर पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए है. जिसमें लड़की का सरकारी अस्पताल में लिंग परीक्षण करवाने की बजाय सिर्फ औपचारिकता निभाने के लिए स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया.जबकि नियमानुसार बालिका का लिंग परीक्षण होना चाहिए था. इस घटना के बाद बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली शर्मा ने नाराजगी जताई है.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का है मामला
यह मामला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के हंडिया गांव का है, जहां बीते गुरुवार को स्कूल जाते समय 17 वर्षीय नाबालिग लड़की को दो बदमाशों ने नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया. इसके बाद उसे अगवा कर ट्रेन में कहीं ले जाने की कोशिश की जा रही थी. इसी बीच नाबालिग को नसीराबाद रेलवे स्टेशन पर होश आ गया और वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर रेलवे स्टेशन परिसर में आ गई. जहां आरपीएफ थाने के एएसआई गिरधारी लाल शर्मा ने लड़की को रोता देख उससे पूछताछ की. जिसमें लड़की ने बताया कि उसका अपहरण हुआ है. मामला आपराधिक होने के कारण आरपीएफ पुलिस ने 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन पर कॉल कर पूरे मामले की जानकारी दी.
RPF पुलिस ने झाड़ा पल्ला
चाइल्ड हेल्पलाइन की जिला समन्वयक वनिता पवार ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे आरपीएफ थाने के एएसआई गिरधारी लाल शर्मा का फोन आया। उन्होंने चाइल्डलाइन पर यह पूरी प्रक्रिया थोपी और बच्ची को रेलवे स्टेशन से ले जाने को कहा. जिस पर चाइल्डलाइन की टीम तुरंत ट्रेन से रवाना हुई और दोपहर दो बजे बच्ची के पास पहुंची और उसे अपने कब्जे में लेकर नसीराबाद आरपीएफ थाने में उसकी काउंसलिंग की. जिस पर बच्ची ने बताया कि उसका अपहरण हुआ है.
स्वास्थ्य संबंधी मेडिकल कर की खानापूर्ति
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अंजली शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ स्टाफ की लापरवाही भी बताई है.उन्होंने कहा कि बच्ची का किडनैप हुआ है और वह कई घंटे तक बच्ची बेहोश रही. इस दौरान उससे किसी प्रकार की कोई शारीरिक हिंसा या यौन संबंधी अपराध तो नहीं हुआ इसकी जांच आवशयक थी जो नहीं हुई.उल्टा RPF पुलिस ने पलड़ा झाड़ते हुए ,मात्र स्वास्थ्य संबंधी मेडिकल करवा कर बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया.अब चाइल्ड लाइन विभाग के जरिए बच्ची का अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में यौन हिंसा संबंधित मेडिकल कराया जाएगा.